RANCHI : अखंड सुहाग का प्रतीक पर्व हरितालिका तीज के अवसर पर मंगलवार को सुहागिन महिलाओं ने निर्जला उपवास रखा और पूजा अर्चना की।
रांची/जमशेदपुर, झारखंड ।भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाने वाला यह पर्व महिलाओं द्वारा मनाया जाता है, जो अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए व्रत रखती हैं।
इस अवसर पर महिलाओं ने अपने पति की लंबी उम्र और सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना की।
इस त्योहार का महत्व भगवान शिव और देवी पार्वती की प्रेम कहानी से जुड़ा है। पौराणिक कथा के अनुसार, देवी पार्वती ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया।महिलाएं सुबह स्नान करके भगवान शिव और देवी पार्वती की मूर्ति की पूजा की। उन्हें फूल, फल और अन्य पूजन सामग्री अर्पित किया। मंदिरों में भी व्रतियों की काफी भीड़ रही। इस अवसर पर राजधानी रांची के धुर्वा, टंकी साईड निवासी पूनम सिंह ने नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की।
वहीं, धुर्वा निवासी नेहा कुमारी ने भी जमशेदपुर में व्रत रखा व मंदिर में पूजा-अर्चना की।रांची के सुखदेवनगर थाना अंतर्गत खादगढ़ा जयप्रकाश नगर में श्रीगणेश लक्ष्मी मंदिर में काफी संख्या में महिलाओं ने पूजा अर्चना की। वहीं,हटिया स्टेशन रोड निवासी आशा देवी ने भी अपने परिजनों संग हरितालिका तीज व्रत किया और मंदिर में पूजा अर्चना की।
By Madhu Sinha
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