Ranchi : *रामचरितमानस सकारात्मक ऊर्जा का स्त्रोत - आरएन सिंह..!!

Ranchi : *रामचरितमानस  सकारात्मक ऊर्जा का स्त्रोत - आरएन सिंह..!!

रांची, झारखंड ।

 रामचरितमानस पढ़ने से मन-मस्तिष्क में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह सिर्फ एक धार्मिक ग्रंथ ही नहीं, बल्कि मानव जीवन का पथ-प्रदर्शक भी है।  इसे पढ़ने से परम सुख की अनुभूति होती है।

  हमारे भीतर धार्मिक-आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है। धर्म के प्रति एक समझ पैदा होती है, जो जीवन पथ पर सफलतापूर्वक अग्रसर होते रहने में काफी सहायक है। 

 उक्त बातें एचईसी परिसर के सेक्टर तीन (धुर्वा) स्थित आवास संख्या बी-277 निवासी धार्मिक विषयों के ज्ञाता धर्मपरायण रविंद्र नाथ सिंह (आरएन सिंह) ने अपने संदेश में कही। उन्होंने कहा कि धर्म-आध्यात्म का महत्व और रामचरितमानस में वर्णित प्रसंगों की महत्ता को समझें। इससे मानव जीवन की सार्थकता साबित होगी।  

श्री सिंह ने कहा कि धर्म और आध्यात्म जीवन के दो महत्वपूर्ण पहलू हैं, जो व्यक्ति को सही दिशा में आगे बढ़ने और सच्ची शांति प्राप्त करने में सहयोग करते हैं। इन दोनों के बीच घनिष्ठ संबंध है। जब हम धर्म और आध्यात्म को अपनाते हैं, तो हम अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में मोड़ सकते हैं।

धर्म और आध्यात्म हमें जीवन के उद्देश्य और लक्ष्य को समझने में मदद करते हैं। धर्म हमें नैतिकता और मानव मूल्य सिखाता है, जबकि आध्यात्म हमें आत्म-ज्ञान और परमात्मा के साथ जुड़ने का मार्ग दिखाता है। धर्म आध्यात्म के माध्यम से हम अपने जीवन को अर्थपूर्ण बना सकते हैं और सच्ची शांति प्राप्त कर सकते हैं।

श्री सिंह ने कहा कि रामचरितमानस  न सिर्फ एक धार्मिक ग्रंथ है, बल्कि यह जीवन के मूल्यों और नैतिकता को भी सिखाता है। रामचरितमानस में वर्णित प्रसंग हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारे में बताते हैं। 

 इसलिए हमें धर्म-आध्यात्म और रामचरितमानस के प्रसंगों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए और उनके अनुसार जीने का प्रयास करना चाहिए।

*आत्मा क्या है?*

आत्मा एक आध्यात्मिक और दार्शनिक अवधारणा है जो व्यक्ति के अस्तित्व के मूल को दर्शाती है। यह  अमर और अविनाशी है। अंतरात्मा की आवाज हमें आत्म-जागरूकता प्रदान करती है जो हमें अपने विचारों, भावनाओं, और कार्यों के बारे में सूचित करती है।

आत्मा और अंतरात्मा की आवाज दोनों ही हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आत्मा हमें हमारे अस्तित्व के मूल को समझने में मदद करती है, जबकि अंतरात्मा की आवाज हमें सही और गलत के बीच अंतर करने में मदद करती है। अंतरात्मा की आवाज हमें अपने मूल्यों और सिद्धांतों के अनुसार जीने के लिए प्रेरित करती है और हमें आंतरिक शांति और संतुष्टि प्रदान करती है।




By Madhu Sinha 

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