RANCHI,JHARKHAND#*55दिनों से राजभवन के समीप अनिश्चित कालीन आमरण अनशन पर बैठे टेट सफल सहायक अध्यापको ने कांग्रेस कार्यालय राँची का एकदिवसीय घेराव किया गया जिसमें राँची एवम गिरीडीह के टेट पास सहायक अध्यापको ने कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाए।*

RANCHI,JHARKHAND#*55दिनों से राजभवन के समीप अनिश्चित कालीन आमरण अनशन पर बैठे टेट सफल सहायक अध्यापको ने कांग्रेस कार्यालय राँची का एकदिवसीय घेराव किया गया जिसमें राँची एवम गिरीडीह के टेट पास सहायक अध्यापको ने कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाए।*   

              इस कार्यक्रम में  सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश संरक्षक सह सदस्य प्रमोद कुमार ने बताया कि  वर्तमान झारखंड सरकार अभी तक कोई ठोस पहल नही की है इसलिए "पारा शिक्षक सरकार के द्वार " की तर्ज पर सरकार में शामिल पार्टियों के कार्यालय का घेराव कर न्याय की गुहार लगा रहे हैं सरकार पर आरोप है वादा कर अपने वादे से मुकर रही है। एनईपी और एनसीटीई के सभी गाइड लाइन को पूरा करने के बावजूद भी बीते 55 दिनों से सहायक अध्यापक अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर डटे हुए हैं। इसके बावजूद भी सरकार टेट सफल सहायक अध्यापक के एकमात्र मांग वेतनमान पर कोई पहल नहीं कर रही है। सहायक अध्यापकों द्वारा सरकार में शामिल कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं पार्टी के विधायक एवं मंत्रियो को ध्यान आकृष्ट कराने के लिये आज का घेराव किया जा रहा है।

सरकार कान में तेल डालकर सो रही है। झारखंड की माटी की सरकार लगातार सहायक अध्यापकों को  छलने का कार्य कर रही है। जो दुर्भाग्यपूर्ण है।

झरीलाल महतो ने बताया कि टेट सफल सहायक अध्यापकों को अविलंब वेतनमान देना पड़ेगा। अन्यथा उग्र आंदोलन का सामना सरकार को करना पड़ेगा। सरकार के मुखिया सह शिक्षा मंत्री हेमंत सोरेन बीते विधानसभा के चुनाव में विभिन्न मंचों से घोषणा की थी कि उनकी सरकार राज्य में बनती है तो तीन माह के अंदर टेट सफल सहायक अध्यापकों को वेतनमान दिया जायेगा। झारखंड के सतापक्ष के सभी मंत्री ,विधायक ने समर्थन देते हुए कहा है कि आपलोग  का मांग जायज है तो फिर सरकार कुम्भकर्णी नींद में कयों सोयी हुई है। इसके अलावा  विद्वान महाधिवक्ता ने भी लिखित सुझाव सरकार को दिए है की टेट पास सहायक अध्यापक को सरकारी शिक्षक बनाने में कोई विधिक अड़चन नहीं है। वार्ता के क्रम में कई बार सरकार से लिखित है की टेट पास सहायक शिक्षकों को वेतनमान दिया जाएगा। सरकार के 4 वर्ष बीत जाने के बाद भी अहर्ता प्राप्त टेट पास सहायक अध्यापकों को आमरण अनशन के दौर से गुजरना पड़ रहा है। जिसमें कई शिक्षक बीमार भी पड़ चुके हैं। प्रतिदिन शिक्षकों की तबीयत बिगड़ रही है और उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है। अब याचना नहीं रण होगा के तर्ज पर आंदोलन को उग्र किया जायेगा। 
केन्द्रीय कांग्रेस कार्यालय में किसी भी काग्रेस के पदाधिकारी नही होने के कारण जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया और चेतावनी दिया गया कि इसी प्रकार सरकार मे शामिल दल पारा शिक्षको का अपमान करेंगे तो निश्चित ही क्षेत्रो में जोरदार विरोध का सामना करना पड़ेगा !

*मौके पर  प्रमोद कुमार झरीलाल महतो, मीना कुमारी मनोज शर्मा नफीस अंसारी संनीफ अंसारी राजेन्द्र प्रसाद दत्ता प्रभु लोहरा रामदयाल महतो राजकिशोर महतो योगेश्वर प्रजापति सिबधन महतो  बिन्दु कुमारी किरण वर्मा संचिता किस्पोटा  जितेन्द्र कुमार अजय कुमार जैकी कुमार प्रकाश यादव अरविद पाण्डे नीरज कुमार अमित कुमार बालेश्व महतो बंसत महतो थनेश्वर महतो महेन्द्र कुमार नारायण चौधरी हरिहर मोदी लखन महतो राजन उराँव पब्रजेश कुमार राजेन्द्र कुमार विश्वकर्मा बासुदेव यादव अमित रॉय अशोक सिंह सुभाष महतो राजेश चौधरी सुनील कुमार प्रमाणिक महादेव पासवान रश्मि तिर्की अंजना कुजूर नुसरत प्रवीण सावित्री कुमारी अनिता लिंडा श्रीकांत समीम अंसारी अलसफा मो एहसान डिंबुराज मुण्डा प्रीतम तिर्की कृष्णा कच्छप  हातिम अंसारी प्रसाद सहित सैकड़ों सहायक अध्यापक उपस्थित थे।*

 

  By Madhu Sinha 

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