HAZARIBAGH,JHARKHAND#भारतीय जनतंत्र मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी, हजारीबाग भाजमो जिला अध्यक्ष अभिषेक पांडे एवं विमलेश कुमार सिंह के साथ हजारीबाग के व्यवसायी मृतक सुनील कुमार गुप्ता के घर गये और उनके परिवार वालों को संत्वाना देते हुए हुए घटना की जानकारी ली।

HAZARIBAGH,JHARKHAND#भारतीय जनतंत्र मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी, हजारीबाग भाजमो जिला अध्यक्ष अभिषेक पांडे एवं विमलेश कुमार सिंह के साथ हजारीबाग के व्यवसायी मृतक सुनील कुमार गुप्ता के घर गये और उनके परिवार वालों को संत्वाना देते हुए हुए घटना की जानकारी ली। 

मृतक के परिजनों ने भाजमो के दल को बताया कि घड़ी डिटर्जेंट के डीलर राजकुमार से सुनील कुमार जी को पैसे लेने थे, पर राजकुमार पैसे नहीं दे रहा था। राजकुमार ने सदर थाना हजारीबाग के पुलिसकर्मियों को अपनी ओर कर उनसे मृतक सुनील कुमार गुप्ता के घर जाकर धमकी दिलवाया। सभी पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में थे बार-बार आकर धमकाया और थाना आने का दवाब बनाया। 14 जनवरी को राजकुमार ने षड्यंत्र रच कर हजारीबाग सदर थाना के नसीम सिद्दीकी, छोटा नसीम, हेंब्रम मैडम के माध्यम से सुनील कुमार को थाना बुलाया और आधे घंटे के अंदर सुनील कुमार को बुरी तरह मारपीट करके उनके बेटे को खबर किया कि तुम्हारे पिताजी हॉस्पिटल में भर्ती हैै।

जब परिवार के लोग हॉस्पिटल गए तो सुनील गुप्ता ने बताया कि मुझे पुलिस ने बहुत मारा है और हमारे छः लाख रूपया भी छीन लिया, हमारा अच्छा से इलाज कराओ नहीं तो हम मर जाएंगे। घरवालों ने इसकी जानकारी प्रशासन को दी। इलाज के क्रम में व्यवसायी सुनील गुप्ता की मृत्यु हो गयी। 

पूरे मामले को सुनने के बाद श्री तिवारी ने कहा कि पुलिस व प्रशासन की मिलीभगत से एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या हो गई और प्रशासन इस केस में लीपापोती कर रही है। इस हद्य विदारक घटना से पूरे राज्य की आम जनता आक्रोशित है। इससे राज्य के कानून-व्यवस्था पर अनेकों सवाल खड़े हो रहे हैं। ऐसे कृत्य से पुलिस की वर्दी दागदार हो रही है। पुलिस मुख्यालय, राज्य के मुख्यमंत्री और मानवाधिकार आयोग को इस पर अविलम्ब संज्ञान लेना चाहिए।

श्री तिवारी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग की है कि राज्य सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएं, मृतक के तीन बच्चों के भरण-पोषण, पढ़ाई-लिखाई की व्यवस्था करे, आरोपी पुलिस को अविलम्ब बर्खास्त करते हुए उन्हें गिरफ्तार करे और उन्हें कठोर सजा न्यायालय के माध्यम से दिलाए।



By Madhu Sinha 

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