DUMKA,JHARKHAND#*मामला सरैयाहाट प्रखंड के धनवे पंचायत से संबंधित* *एक ही ब्यक्ति के पास दो पद ( मुखिया और ग्रामप्रधान )* *दोनों पदों पर रहने के कारण जन प्रतिनिधि के बिचोलिये कर रहे है पंचायत में लुट*, *प्रखंड विकास पदाधिकारी से शिकायत के बाद मिला जांच का आश्वासन* *मगर नहीं होती जांच कई ऐसे मामले है जिसमे ऐसे कोरे आश्वासन से ही करना पड़ा संतोष* *पंचायत सचिव ने मढ़ा रोजगार सेवक पर आरोप*

DUMKA,JHARKHAND#*मामला सरैयाहाट प्रखंड के धनवे पंचायत से संबंधित* 

*एक ही ब्यक्ति के पास दो पद ( मुखिया और ग्रामप्रधान )*

*दोनों पदों पर रहने के कारण जन प्रतिनिधि के बिचोलिये कर रहे है  पंचायत में लुट*,

*प्रखंड विकास पदाधिकारी से शिकायत के बाद मिला जांच का आश्वासन*

 *मगर नहीं होती जांच कई ऐसे मामले है जिसमे ऐसे कोरे आश्वासन से ही करना पड़ा संतोष* 

*पंचायत सचिव ने मढ़ा रोजगार सेवक पर आरोप*

सरैयाहाट  दुमका

धनवे पंचायत के रोजगार सेवक संदीप कुमार ने बताया की मुखिया, स्वयं सेवक, लाभुक और सचिव  के हस्ताक्षर से की जा रही है निकासी। ज़ब लाभुक को जानकारी है की नहीं पर कहा की वो स्वयंसेवक ही बता पायेगा। सभी एक दूसरे पर आरोप मढ़ते आगे बढ़ते गए । 

*(सभी की मिली भगत)*

*पंचायत के मुखिया ने कहा प्रखंड से निकासी के लिए बना रहे है दवाब*

आप कों बता दें की दुमका जिला के सरैयाहाट प्रखंड यूँ ही खबरों के सुर्खियों में नहीं रहता है।

प्रधानमंत्री आवास के पूर्ण होने पर मनरेगा से आवास में मजदूरी के लिए राशि अलग से मिलती है लेकिन लाभुक तक नहीं पहुंच पाती है और लाभुकों कों पता तक नहीं होता की राशि की निकासी कर ली गयी है।

वही पंचायत के सचिव रवींन्द्र कुमार ने बताया की इसकी जवावदेही सिर्फ मेरी नहीं है, रोजगार सेवक की भी है, ज़ब रोजगार सेवक संदीप कुमार से बात हुवी तो बताया की इसके लिए स्वयं सेवक के माध्यम से मास्टररोल भरकर दिया जाता है, इसकी जानकारी वही दे सकता है,  उन्होंने दो स्वयं सेवक का नाम बताया, ज़ब स्वयं सेवक से बात की गयी तो सारा खेल समझ में आया। स्वयं सेवक ने  स्वीकार किया की बहुत लाभुकों को इसकी जानकारी नहीं दी जाती है,और किसी किसी में लाभुक के एक ब्यक्ति का नाम मास्टररोल में भरा जाता है।

ज़ब पूर्ण आवास के लाभुक से बात हुवी तो बताया की हमें तो मालूम ही नहीं है की आवास बनाने काम करने वाले मजदूरों को मनरेगा से  मजदूरों को राशि दी जाती है।

वही धनवे पंचायत के मुखिया ने बताया की उनके छोटे भाई के पत्नी के नाम से आवास बना, और बिचौलिया मनरेगा से मिलने वाले मजदूरों के भी राशि हजम कर गए है और लाभुक वंचित है।

*नोट= आरोप संबंधित प्रमाण*

*( मुखिया,पंचायत सचिव, रोजगार सेवक व पंचायत दोनों स्वयंसेवक के ऑडियो सुरक्षित )*


Report By Deepak Kumar (Dumka, Jharkhand)

By Madhu Sinha 

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