79th Independence Day : रांची में राज्यपाल संतोष गंगवार ने किया ध्वजारोहण, बोले आज झारखंड की ओर देख रही देश-दुनिया।
रांची, झारखंड ।79 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने एतिहासिक मोरहाबादी मैदान में ध्वजारोहण किया। इस मौके पर राज्य के मुख्य सचिव, गृहसचिव और डीजीपी सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
राज्यपाल ने इस दौरान विशिष्ट सेवा के लिए पुलिस पदाधिकारियों को सम्मानित भी किया । इस अवसर पर राज्यपाल ने अपने संबोधन की शुरुआत दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर उन्हें याद करते हुए की। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे लोकसभा में लंबे समय तक मेरे साथ रहे उनका जीवन जनजातीय अस्मिता एवं सामाजिक उत्थान के लिए समर्पित रहा।
राज्य के लोगों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने राज्य सरकार के द्वारा हाल के दिनों में किए गए कार्यों और उपलब्धि को जनता के बीच रखी। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद को रोकने के लिए और उनके नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए सरकार ने प्रभावी कदम उठाए हैं। अब तक 197 नक्सली गिरफ्तार हुए हैं 17 नक्सली मारे गए हैं और 10 आत्मसमर्पण किए हैं। राज्यपाल ने कहा कि राज्य के किसानों की आय में वृद्धि और युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से मत्स्य उत्पादन को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिए राज्य मत्स्य मित्र एवं मत्स्य बीज उत्पादकों के माध्यम से लगभग 1275 करोड़ मत्स्य बीज के उत्पादन की ओर अग्रसर है। वर्ष 2024-25 में राज्य में 3.5 लाख मीट्रिक टन से अधिक मछली का उत्पादन हुआ है।
राज्यपाल ने कहा कि राज्य में किसी भी नागरिक की मृत्यु भूख से ना हो इसके लिए हमारी सरकार सजेस्ट है राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत राज्य के 2.6 करोड़ लाखों को मुफ्त उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके अतिरिक्त पीवीटीजी डाकिया योजना के माध्यम से राज्य के लगभग 75000 लाभुक परिवारों को 35 किलो का चावल प्रति परिवार प्रतिमाह उनके घर तक बंद पैकेट में निशुल्क पहुंचाया जा रहा है। राज्य के विश्वविद्यालय को देश के श्रेष्ठ विश्वविद्यालय के श्रेणी में लाने की कोशिश की जा रही है। शोध एवं नवाचार को प्रोत्साहित करने हेतु झारखंड स्टूडेंट रिसर्च एंड इनोवेशन पॉलिसी लागू की जा रही है । मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना के अंतर्गत राज्य के राजकीय एवं निजी विश्वविद्यालय से पीएचडी करने वाले नेट, गेट या जेट उतीर्ण विद्यार्थियों को 22,500 से 25000 रुपया प्रतिमाह फेलोशिप प्रदान की जा रही है।
राज्यपाल ने ग्राम स्वराज को सशक्त बनाने हेतु सरकार के द्वारा उठाए गए कदम की जानकारी देते हुए कहा कि 2500 ग्राम पंचायतों में पंचायत ज्ञान केंद्र स्थापित करने की योजना सरकार ने बनाई है। इन केंद्रों में पुस्तकालय कंप्यूटर, इंटरनेट एवं प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु पुस्तकें उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस वित्तीय वर्ष में 1000 ग्राम पंचायत को प्रति पंचायत 4.2 लाख रुपए की दर से राशि उपलब्ध कराई जा रही है।
अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि राज्य की महिलाओं के सामाजिक व आर्थिक सशक्तिकरण हेतु झारखंड में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना आरम्भ की गई है। यह निर्धनता उन्मूलन व आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में प्रभावी साबित हुई है। विश्व बैंक ने सरकार के इस महत्वाकांक्षी योजना की मुक्तकंठ से प्रशंसा की है। वर्तमान में इस योजनान्तर्गत 51 लाख से अधिक महिलाओं को प्रत्येक माह 2500/- रुपये की राशि प्रदान की जा रही है। वे इस राशि का उपयोग अपनी इच्छानुसार बच्चों की पढ़ाई व घर-गृहस्थी में उपयोग कर आर्थिक संबल प्राप्त कर रही है।सरकार यह मानती है कि जब हम बेटियों को मजबूत करते हैं तो पूरा परिवार मजबूत बनता है और मजबूत परिवार से ही मजबूत समाज और मजबूत राष्ट्र का निर्माण होता है। राज्य में पर्यटन की अपार संभावनायें हैं। प्रकृति के साथ संतुलन स्थापित करते हुए पर्यटक स्थलों के विकास के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है, जिसके फलस्वरूप झारखंड आने वाले देसी एवं विदेशी पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर सृजित होने के साथ-साथ राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर झारखंड को अलग पहचान मिली है। दुमका स्थित मसानजोर डैम अब पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बन रहा है। मसानजोर में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इको-कॉटेज का निर्माण किया गया है तथा बोटिंग की सुविधा भी उपलब्ध करायी जा रही है। खूंटी जिला स्थित भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली तथा साहेबगंज जिला स्थित सिदो कान्हू मुर्मू की जन्मस्थली के उन्नयन एवं सौन्दर्गीकरण कार्य हेतु स्वीकृति दी गयी है।
By Madhu Sinha
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