Latehar : हुल दिवस पर आरागुंडी धुमकुड़िया में श्रद्धांजलि सभा, सिद्धू-कान्हू की गाथाओं को किया याद ।

 Latehar : हुल दिवस पर आरागुंडी धुमकुड़िया में श्रद्धांजलि सभा, सिद्धू-कान्हू की गाथाओं को किया याद ।

लातेहार, झारखंड ।

आरागुंडी धुमकुड़िया में हुल दिवस के अवसर पर 30 जून 2025 दिन सोमवार को एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें संथाल विद्रोह के नायक सिद्धू-कान्हू की वीरगाथाओं को श्रद्धा के साथ स्मरण किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विधिवत पूजा-अर्चना से हुई, जिसके उपरांत उपस्थित जनों ने सिद्धू-कान्हू के पदचिह्नों पर चलने और अपनी परंपराओं को संरक्षित रखने की शपथ ली।

कार्यक्रम की अगुवाई ग्राम प्रधान व सेवा-निवृत्त शिक्षक सकेंद्र उरांव ने की। मुख्य वक्ता रंथू उरांव ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने अंग्रेजों और महाजनों के खिलाफ संगठित होकर संघर्ष किया और कभी झुके नहीं। उन्होंने कहा कि पारंपरिक आदिवासी पहचान को बचाए रखना आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है। धुमकुड़िया, पचब्वस्था, अखड़ा, झखड़ा, जतरा और सेंदरा जैसी सांस्कृतिक व्यवस्थाओं को हर गांव में पुनः स्थापित करने की आवश्यकता है।
मौके पर कार्यक्रम में सुरेन्द्र उरांव, निर्मला उरांव, ऊमा भारती, राजमणि उरांव, शिलामणि उरांव, प्रेरणा उरांव, देवांती उरांव, राजकली सीटिया उरांव, रोमन उरांव, अशोक उरांव, दशरथ उरांव, सुनील उरांव, राजेश उरांव, शिव उरांव, मेघनाथ उरांव, संतोष उरांव, हिरा उरांव, जयराम उरांव, लखन उरांव समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।




Report By Ram Kumar (Latehar, Jharkhand)

By Madhu Sinha 

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