Ranchi : स्वस्थ रहने के लिए मन की शुद्धता और शांति जरूरी : आरएन सिंह ।
रांची, झारखंड ।स्वच्छ मन और स्वस्थ तन, दोनों ही हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण हैं। मन की शुद्धता और शांति न केवल हमारे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है, बल्कि यह हमारे शारीरिक स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डालती है।
उक्त बातें एचईसी परिसर के सेक्टर तीन (धुर्वा) स्थित आवास संख्या बी-277 निवासी धार्मिक-आध्यात्मिक विषयों के ज्ञाता धर्मपरायण रविंद्र नाथ सिंह ने अपने संदेश में कही। उन्होंने कहा कि
मन की शुद्धता और शांति हमें आंतरिक शक्ति और संतुष्टि प्रदान करती है। जब हमारा मन शुद्ध और शांत होता है, तो हम अपने जीवन को अधिक सकारात्मक और अर्थपूर्ण बना सकते हैं। मन की शुद्धता और शांति हमें तनाव, चिंता, और अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं से बचाती है।
उन्होंने कहा कि स्वस्थ तन के लिए मन की शुद्धता और शांति बहुत महत्वपूर्ण है। जब हमारा मन शुद्ध और शांत होता है, तो हमारा शरीर भी स्वस्थ रहता है। मन की शुद्धता और शांति हमें शारीरिक समस्याओं, जैसे कि उच्च रक्तचाप, मधुमेह और हृदय रोग से भी बचाती है।
श्री सिंह ने मन की शुद्धता और शांति के लिए कुछ सुझाव भी दिए। उन्होंने बताया कि ध्यान और योग हमें मन की शुद्धता और शांति प्रदान करते हैं। इसलिए ध्यान और योग को अपनी दिनचर्या में अवश्य शामिल करें।
प्राणायाम और व्यायाम हमें शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इसलिए नियमित रूप से व्यायाम करें। सकारात्मक सोच हमें शांति प्रदान करती है। इसलिए सदैव सकारात्मक सोचें।
प्रकृति के साथ जुड़े रहने से भी हमें शांति मिलती है। इसलिए प्रयास करें कि अधिक से अधिक समय प्रकृति के साथ जुड़े रहें।
मन की शुद्धता और शांति के साथ स्वस्थ तन का संबंध बहुत महत्वपूर्ण है। यह हमें आंतरिक शांति और संतुष्टि प्रदान करती है, जबकि स्वस्थ तन हमें शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।
By Madhu Sinha

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