GOLA,JHARKHAND#कार्यवाहक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहुंचे अपने पैतृक गाँव नेमरा, दादा के 67 वें सहादत दिवस में हुए शामिल ◆पत्नी कल्पना सोरेन के साथ दादा सोबरन माँझी के शहादत दिवस में हुए शामिल ◆महाजनी व्यवस्था के विरोध करने पर सोबरन माँझी की हुई थी हत्या ◆नवनिर्वाचित विधायक ममता देवी ने पुष्प गुच्छ देकर किया स्वागत ।

 GOLA,JHARKHAND#कार्यवाहक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहुंचे अपने पैतृक गाँव नेमरा, दादा के 67 वें सहादत दिवस में हुए शामिल

◆पत्नी कल्पना सोरेन के साथ दादा सोबरन माँझी के शहादत दिवस में हुए शामिल

◆महाजनी व्यवस्था के विरोध करने पर सोबरन माँझी की हुई थी हत्या

◆नवनिर्वाचित विधायक ममता देवी ने पुष्प गुच्छ देकर किया स्वागत ।

गोला, रामगढ़, झारखंड ।

झारखंड राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले बुधवार को अपनी धर्मपत्नी और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन के साथ पूर्व निर्धारित समय पर हैलीकॉप्टर से  अपने पैतृक निवास स्थान गोला प्रखंड स्थित नेमरा गाँव पहुँचे। हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन ने सबसे पहले अपने दादा  सोबरन माँझी के शहादत स्थल लुकैयाटाँड़ पहुँचे। सहादत स्थल पर पहुँचने पर उन्हें जिला प्रशासन की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।


तत्पश्चात सोरेन दम्पति सहादत स्थल जाकर अपने शहीद दादा को श्रद्धांजलि अर्पित की। नेमरा पहुँचने पर हेमंत सोरेन एवं कल्पना सोरेन को स्थानीय नवनिर्वाचित विधायक ममता देवी द्वारा पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया गया। इसके पूर्व हेमंत सोरेन एवं कल्पना सोरेन के पहुँचने पर पारंपरिक आदिवासी रीति रिवाज के साथ स्वागत किया गया।
◆महाजनी प्रथा के विरोध करने पर हुई थी हत्या

महाजनी प्रथा का विरोध करने पर स्वर्गीय सोबरन माँझी की 27 नवंबर 1957 को हत्या कर दी गई थी। इसी के फलस्वरूप 27 नवंबर को प्रत्येक वर्ष उनकी सहादत दिवस मनाई जाती है। इस 67वें सहादत दिवस पर हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन ने नेमरा जाकर दादा दी को श्रद्धांजली दी।

बनरंगा में अपने दादा जी को श्रद्धांजलि देने के बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने कहा कि इस ऐतिहासिक मैदान में, इस वीर भूमि में आये हुए हमारे ग्रामीण भाईयों माताओं एवं बहनों, बड़े बुर्जुर्ग का मै स्वागत करते हुए जोहार करता हूँ। अभी हमारे सरकार गठन का काम चल रहा है, अभी भाषण देने का समय नहीं है। आप सबको मालूम है कि इसी स्थान पर, इसी पहाड़ के तड़ाई पर मेरे दादाजी सोबरन माँझी की शहादत हुई थी और मै हर साल इस शहीद स्थल में आकर उनका माल्यार्पण करता हूँ और इस शहीद स्थल यहाँ की जनता में एकत्रित होती है। उन्होंने कहा कि वैसे तो हमलोग यहाँ कई सरकारी संपत्ति परिसंपत्ति वितरण करने का काम करते है एवं उद्घाटन शिलान्यास भी किया जाता है लेकिन अभी सरकार गठन का कार्य पूरा नहीं हुआ है, इसमें थोड़ा सा और वक्त है।

कल से फिर सामान्य स्थिति पर अबुआ सरकार की एक नई पारी शुरू होगी। हम आप सब लोगों को भी सरकार के शपथग्रहण में आने का निमंत्रण देते है और आग्रह भी करते है कि आप लोग जरूर आएँ। कितने मेहनत और लगन के साथ आपलोगों ने फिर से अबुआ दिशोम अबुआ सरकार को चुनकर इस राज्य की शान बनाई है। हालाँकि व्यस्तता की वजह से हेमंत सोरेन ज्यादा समय सहादत दिवस पर नहीं दे पाये। इस मौके पर उपायुक्त रामगढ़ पंकज कुमार, पुलिस अधीक्षक रामगढ़ अजय कुमार सहित जिले के आला प्रशिक्षण एवं पुलिस अधिकारी सहित गठबंधन दल के नेता एवं कार्यकर्ता गण मौजूद थे।



Report By Sujit Sinha (Gola, Ramgarh, Jharkhand)

By Madhu Sinha 

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