RANCHI,JHARKHAND#*एचईसी के प्रति केंद्र की रवैया ठीक नहीं, एचईसी को बिकने नहीं देगी झारखण्ड की जनता : मुस्ताक*

RANCHI,JHARKHAND#*एचईसी के प्रति केंद्र की रवैया ठीक नहीं,  एचईसी को बिकने नहीं देगी झारखण्ड की जनता : मुस्ताक* 

एशिया का सबसे बड़ा, झारखण्ड का गौरव " *भारी अभियंत्रण निगम" (एचईसी)* अपनी दयनीय स्थिति के कारण बंद होने के कगार पर है। एचईसी कर्मियों को तनखवाह नहीं मिल रहा है।  इन्जीनियर से लेकर मैनेजर तक हड़ताल पर चले गये हैं।  केंद्र सरकार जानबूझकर  आंख मूंद लिया है ताकि यह बंद हो जाय और फिर इसे पूंजीपतियों के हाथों बेच सके। यह मनसूबे झारखण्ड की जनता कभी पूर्ण नहीं होने देगी। पहले भी केंद्र सरकार सीधे बेचने के फिराक में थी, झामुमो के आन्दोलन ने केंद्र सरकार की मंसूबों पर पानी फेर दिया था। यह बातें आज महागठबंधन दलों के प्रमुख नेताओं की राजभवन मार्च करने के दौरान मीडिया को सम्बोधित करते हुए झामुमो जिलाध्यक्ष श्री मुशताक आलम ने कहा। 

               एचईसी को बचाने के लिए एक बार फिर सभी विपक्षी राजनैतिक दलों के नेता व कार्यकर्ता आज दिनांक 10-12-22 को  शहीद चौक स्थित जिला स्कूल प्रांगण में जमा होकर राजभवन तक पैदल मार्च  किया गया जहाँ  महामहिम राज्यपाल महोदय के द्वारा माननीय प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन वहां उपस्थित दण्डाधिकारी बड़गांय सीओ श्री मनोज कुमार को सौंपा गया। 

                 ज्ञापन में कहा गया है कि हम झारखंड के विभिन्न राजनीतिक दल भारत ही नहीं एशिया के गौरव भारी अभियंत्रण निगम (एच इ सी) की दयनीय स्थिति से काफी चिंतित हैं। यह संयंत्र पिछले कई वर्षों से कार्यशील पूंजी और आधुनिकीकरण के अभाव में अपनी उत्पादन क्षमता में पिछड़ते जा रहा है। जबकि इस संयंत्र को अभी भी रक्षा मंत्रालय, रेलवे, इसरो समेत विभिन्न विभागों से 12000 करोड़  रूपये का कार्यादेश भी मिला हुआ है। लेकिन संयंत्र के कामगारों और अधिकारियों को पिछले कई महीनों से वेतन नहीं मिला है। वर्तमान में बैंक गारंटी समाप्त होने के कारण यह कारखाना बंदी के कगार पर है। एच ई सी के बंद हो जाने से केवल कामगार ही नहीं इस इलाके की आम जनता भी प्रभावित होगी।

इस परिस्थिति में आपसे निवेदन है कि निम्नलिखित मांगों को पुरा किए जाने की दिशा में कदम उठाते हुए इस प्रतिष्ठित संयंत्र को बचाने के लिए आपके स्तर से हस्तक्षेप किया जाय। हमारी न्यायोचित मांगें निम्नवत है :-

1.एचईसी को कार्यशील पूंजी उपलब्ध कराए जाने के लिए भारी उधोग मंत्रालय को निर्देश दिया जाए।

2.कारखाने के आधुनिकीकरण के लिए आगामी यूनियन बजट में केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा एक विशेष पैकेज की घोषणा की जाए।

3. संयंत्र को बैंक गारंटी दी जाए।

4.कारखाने के कामगारों और अधिकारियों के बकाए वेतन का भुगतान अविलम्ब किया जाए। 

5.एच ई सी में पूर्णकालिक मुख्य प्रबंध निदेशक की नियुक्ति की जाए।

          कार्यक्रम का नेतृत्व झामुमो जिलाध्यक्ष श्री मुशताक आलम एवं संचालन भाकपा जिला सचिव श्री अजय सिंह ने किया।  मौके पर झामुमो जिला सचिव डॉ हेमलाल कुमार मेहता हेमू,  जिला उपाध्यक्ष श्री अश्विनी शर्मा, जनक नायक,  बीरू साहु,  भाकपा के राज्य सचिव महेंद्र पाठक, माले के केन्द्रीय सदस्य सुभेन्दु सेन, जिला सचिव भुनेश्वर केवट,  सीपीआई एम के  जिला सचिव सुखराम लोहरा, एस के  राय, झामुमो के  आफताब आलम, जितेन्द्र गुप्ता, 

  मंटू लाला, जावेद अख्तर, परवेज आलम गुड्डू, लक्ष्मण राम, कैथेरीना तिर्की, आदिल इमाम, मुजाहिद हुसैन, मो साजिद, नीरज वर्मा, ओम शर्मा, गोपाल पांडे, साहिल यादव, राहुल वर्मा, फरीद खान, राकेश वर्मा, नौशाद अंसारी, परविंदर नामधारी, सहनवाज़ हुसैन, भाकपा के इसहाक अन्सारी,  हसीब अन्सारी,  सुभा मेहता, लालदेव सिंह,  धर्मवीर सिंह, मनोज ठाकुर,  नसीम खान,  भीम साहु,  एनामुल हक, तेबफिल तिर्की, हरेन्द्र यादव, अमित कच्छप, रामदेव टोप्पो,  राजेन्द्र राम आदि शामिल थे। 


  By Madhu Sinha 

            

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