RANCHI, JHARKHAND#*नाटक "नाटक जो नहीं हो सका" का मंचन"*हास्य नाटक "नाटक जो नहीं हो सका" ने हंसा हंसा के लोट पोट किया*
रविवार की शाम कडरू स्थित "झारखंड फिल्म एंड थियेटर एकेडमी" के मिनी सभागार में हिंदी हास्य नाटक *नाटक जो नहीं हो सका* का मंचन किया गया। नाटक के मंचन के दौरान एकेडमी के एक्टिंग स्टूडेंट्स मौजूद थे, केशव दुबे के लेखन में बने इस नाटक को राजीव सिन्हा ने निर्देशित किया, जबकि नाटक में अभिनय कर रहे कलाकारों में शामिल थे सर्वेश करण, चिरंजीव सिद्धार्थ, शानू सिन्हा, अभिषेक साहू, अपराजिता रॉय और शिवशक्ति यादव। एक हास्य नाटक होने के नाते नाटक में एक नाटक का मंचन किया गया, जो कलाकारों की आपसी रंजिश की वजह से पूरा हो ना सके ।
दरअसल नाटक में जब अकबर बादशाह सलीम से अनारकली पर अपनी नाराज़गी जताते हैं , अकबर बने लल्लन और मान सिंह बने छुट्टन पर आफत आ जाती है। दरअसल सलीम बने राजा मंच पर ही छुट्टन और लल्लन से अपनी निजी दुश्मनी निकाल लेते हैं। दोनों लाख सम्हालने की कोशिश करते हैं लेकिन सलीम किरदार से बिना बाहर आए दोनों की धज्जियां उड़ाता रहता है, और आखिरकार नाटक के अंदर का नाटक अधूरा रह जाता है, और दर्शक हंसते हंसते लोट पोट हो जाते हैं।
By Madhu Sinha
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