RANCHI, JHARKHAND#*देश को बहुविधान नही संविधान चाहिए- महंत सीताराम शरण जी महाराज*

RANCHI, JHARKHAND#*देश को बहुविधान नही संविधान चाहिए- महंत सीताराम शरण जी महाराज*

राष्ट्र बचाओ आंदोलन रांची जिला की बैठक शिव शक्ति भवन लटमा रोड,रोड नम्बर 8 A में हुई जिसमे  चित्रकूट धाम से पधारे  सुविख्यात राष्ट्रीय प्रखर प्रवक्ता युवा महंत श्री श्री 108 स्वामी सीतारामशरण जी महाराज ( राष्ट्रीय अध्यक्ष ) राष्ट्र बचाओ आंदोलन , मुख्य अतिथि रूप से उपस्थित थे उन्होंने  लोगों को संबोधित करते हुए कहा - आज देश को बहुविधान नही सविंधान चाहिए।अपने देश मे 222 ऐसे काले कानून चले आ रहे हैं जो अंग्रेजों के समय मे थे।मठ मंदिर चार लाख जो सरकार के कब्जे में  हैं वो मठ मंदिर सरकार के कब्जे से मुक्त होना चाहिए।एक देश मे एक राष्ट्रभाषा होना चाहिए ।एक जनसंख्या नियंत्रण कानून, एक धर्म स्थल संहिता, एक शिक्षा बोर्ड, एक दण्ड संहिता, एक नागरिक संहिता, एक मजदूर संहिता, एक प्रशासन संहिता,एक न्याय संहिता देश की आवश्यकता है।मनुष्य के जीवन में संगठन का बड़ा महत्व है। अकेला मनुष्य शक्तिहीन है, जबकि संगठित होने पर उसमें शक्ति आ जाती है। संगठन की शक्ति से मनुष्य बड़े-बड़े कार्य भी आसानी से कर सकता है। संगठन में ही मनुष्य की सभी समस्याओं का हल है। जो परिवार और समाज संगठित होता है वहां हमेशा खुशियां और शांति बनी रहती है और ऐसा देश तरक्की के नित नए सोपान तय करता है। इसके विपरीत जो परिवार और समाज असंगठित होता है वहां आए दिन किसी न किसी बात पर कलह होती रहती है जिससे वहां हमेशा अशांति का माहौल बना रखता है।

महिला प्रदेश अध्यक्ष अंकिता श्री ने कहा - संगठित परिवार, समाज और देश का कोई भी दुश्मन कुछ नहीं बिगाड़ सकता, जबकि असंगठित होने पर दुश्मन जब चाहे आप पर हावी हो सकता है। संगठन का प्रत्येक क्षेत्र में विशेष महत्व होता है, जबकि बिखराव किसी भी क्षेत्र में अच्छा नहीं होता है। संगठन का मार्ग ही मनुष्य की विजय का मार्ग है। यदि मनुष्य किसी गलत उद्देश्य के लिए संगठित हो रहा है तो ऐसा संगठन अभिशाप है, जबकि किसी अच्छे कार्य के लिए संगठन वरदान साबित होता है। प्रत्येक धर्म ग्रंथ संगठन और एकता का संदेश देते हैं। कोई भी धर्म आपस में बैर करना नहीं सिखाता। सभी धर्मों में कहा गया है कि मनुष्य को परस्पर प्रेमपूर्वक वार्तालाप करना चाहिए। मनुष्य जब एकमत होकर कार्य करता है तो संपन्नता और प्रगति को प्राप्त करता है। जिला अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार ने कहा - संगठन में प्रत्येक व्यक्ति का विशेष महत्व होता है इसलिए जब मनुष्य संगठित होकर कोई कार्य करता है तो उसके परिणाम में विविधता देखने को मिलती है। जिस तरह प्रत्येक फूल अपनी-अपनी विशेषता और विविधता से किसी बगीचे को सुंदर व आकर्षित बना देते हैं उसी तरह मनुष्य भी अपनी-अपनी विशेषता और योग्यता से किसी भी कार्य को नया आयाम प्रदान कर सकते हैं।

जिला संरक्षक त्रिपुरानंद सहाय  ने कहा यह भी संभव नहीं है कि किसी विषय पर सभी व्यक्तियों का मत एक जैसा ही हो, बल्कि प्रत्येक व्यक्ति किसी विषय या समस्या को अपने नजरिये से ही देखता है और इसी आधार पर उसका समाधान भी खोजता है, लेकिन जब बात संगठन की आती है तब मनुष्य को वही करना चाहिए जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों का भला हो। संगठन में प्रत्येक मनुष्य को अपनी व्यक्तिगत भावनाओं पर नियंत्रण करना होता है इसलिए संगठन में व्यक्ति को शारीरिक तौर पर ही नहीं, बल्कि मानसिक व बौद्धिक रूप से भी समर्पित होना पड़ता है।

राष्ट्र बचाओ आंदोलन रांची जिला का विस्तार किया गया जिसमें जिला संरक्षक त्रिपुरारी शरण जिला मार्गदर्शक कमलदेव ओझा,जिला अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार,जिला महासचिव निर्भय कुमार , हेमंत कुमार,जिला उपाध्यक्ष सुधीर कुमार,राजिव कुमार सिंह,जिला सम्पर्क प्रमुख राजेंद्र कुमार सिंह,विष्णु चरण ,युवा मंडल प्रमुख राजीव कुमार सिंह,मनीष सिंह,जिला महिला अध्यक्ष सुजाता भकत, प्रदेश महिला महासचिव शिल्पी शिवांगी,प्रदेश चिकित्सा प्रभारी राकेश वशिष्ठ, वषारगढ़ प्रभारी मालती सिंह,सिंह मोड़ प्रभारी झूमर दिवान,धुर्वा प्रभारी सत्येन्द्र कुमार, हेसाल प्रभारी शशिभूषण प्रसाद,धुर्वा सेक्टर 2 राजीव कुमार सिंह,विकास नगर प्रभारी शशिभूषण सिंह को बनाया गया।इसके अलावे कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।अंत मे भारतीय संस्कृति की रक्षा का संकल्प लिया।


By Madhu Sinha

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