RANCHI#आज 08 जनवरी 2022 को भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए युवा राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय महासचिव सह ओड़िशा प्रभारी विशु विशाल यादव ने चुनाव आयोग द्वारा उत्तर प्रदेश में सात चरणों में तथा पंजाब जैसे बड़े राज्य में एक ही चरण में चुनाव संपन्न किये जाने की घोषणा को भाजपा प्रायोजित बताया है और इससे मोदी-योगी सरकार की हताशा झलकती है।
विशु विशाल यादव ने कहा कि ऐसे ही निर्णयों से चुनाव आयोग की साख को बट्टा लगता है। भाजपा को अब राजनैतिक मर्यादा से कोई सरोकार नहीं रह गया है। उनका एकमात्र उद्देश्य अब एन केन प्रकारेण चुनाव को प्रभावित करना रह गया है। लेकिन सात चरणों में चुनाव करवाने के फैसले से एक बात तो स्पष्ट हो गया है कि कहीं ना कहीं केंद्र और यूपी की सत्ता में बैठी भाजपा को उत्तर प्रदेश में अपने पराजय का अंदेशा लग चुका है। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव इसलिए करवाए जा रहे हैं ताकि इनके नेताओं को चुनाव को प्रभावित करने का अवसर मिल सके और विपक्ष को समय हीं न मिले। भाजपा के नेता अब जान चुके हैं कि देश में जिस तरह से महंगाई और बेरोजगारी अपने चरम सीमा पर पहुंच चुकी है और केंद्र सरकार के द्वारा कुछ भी नहीं किया जा रहा है, इससे जनता में भारी आक्रोश व्याप्त है। पिछले विधानसभा उपचुनावों में जनता ने भाजपा को इसका अहसास कराया है। इससे भाजपा इतनी भयभीत हो गई है कि अब इसी तरह के हथकंडे अपनाने को मजबूर है।
राष्ट्रीय महासचिव विशु विशाल ने कहा कि का युवा राजद मांग करती है जिस तरह से अन्य राज्यों के चुनाव एक या दो चरणों में करवाए जा रहे हैं उसी तरह से उत्तर प्रदेश के चुनाव भी अधिकतम तीन से चार चरणों में हीं करवाएं जाने चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो यह चुनाव आयोग कि निष्पक्षता पर प्रश्नचिन्ह लगाने वाला निर्णय होगा। ऐसे भी केंद्र की मोदी सरकार में आरबीआई, सीबीआई, ईडी सहित अन्य केंद्रीय एजेंसियों की वो दुर्गति कर दी गई है, जिनकी पूर्व में गरिमा होती थी और जनता का उन पर भरोसा हुआ करता था।
By Madhu Sinha
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