RAMGARH#आज आस्था के महापर्व का चौथे दिन उदयीमान सूर्य के अर्घ्य के साथ समापन।
रामगढ़ जिला के कोयलांचल क्षेत्र के रामगढ़ दामोदर छठ घाट, सियाल दामोदर घाट, भुरकुंडा नलकारी नदी छठघाट, पतरातू डैम छठ घाट के साथ कई घाटों पर अस्ताचल सूर्य के अर्घ्य के बाद आज चौथे दिन सूर्योदय का समय 06 बजकर 40 मिनट और 10 सेकेंड पर लोकआस्था के महापर्व छठ का उदयीमान सूर्य को अर्घ्य के साथ समापन हो गया । उसके बाद छठव्रती अगले साल मंगल कामना के साथ छठ के आने का इंतजार करेंगे । छठ के दौरान घाटों में विहंगम नजारा देखने को मिला ।फिलहाल छठी मईया के गीतों से कोयलांचल का हर घाट भक्तिमय छटा के साथ सराबोर था । हर ओर छठ की भक्तिमय छटा देखने को मिला।
सुरक्षा के दृष्टिकोण से स्थानीय प्रशासन अलर्ट था।
बताते चलें कि छठ महापर्व सृष्टि की अधिष्ठात्री प्रकृति देवी ने अपने आप को छह भागों में विभाजित किया. इनके छठे अंश को सर्वश्रेष्ठ मातृ देवी या देवसेना के रूप में जाना जाता है. प्रकृति का छठा अंश होने के कारण इनका एक नाम षष्ठी है, जिसे छठी मईया के नाम से सभी जानते हैं. शिशु के जन्म के छठे दिन भी इन्हीं की पूजा की जाती है. इनकी उपासना करने से बच्चे को स्वास्थ्य, सफलता और दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है. पुराणों में इन्हीं देवी का नाम कात्यायनी बताया गया है ।
Report By Mahesh Prasad (Ramgarh, Jharkhand)
By Madhu Sinha
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