RAMGARH# पतरातु लेक रिसोर्ट में सैलानियों का आगाज।
* दुल्हनों की तरह सजने लगी स्ट्रीमर और नौकाए।
* साइबेरियन पक्षियों का धीरे-धीरे आगाज।
पतरातू । पुराने साल का विदाई के दो माह बाकी है अभी से ही पतरातू लेक रिसोर्ट और उसके आसपास सैलानियों का आना और जाना शुरू हो गया है । पतरातू जलाशय में इस बार सैलानियों के स्वागत करने के लिए सभी नाविक अपने-अपने नाव को दुल्हनो की तरह सजाने लगे हैं। वही साइबेरियन पक्षियों का अभी पूरी तरह से नहीं बल्कि धीरे-धीरे आगाज होने लगी है
पतरातू डैम जो रांची से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर बसा , सुंदर वादियों से घिरा पिकनिक मनाने के लिए मनोरम स्थल है, जलाशय, चारों तरफ से सुंदर पहाड़ियों से घिरा है , यह दृश्य पतरातू क्षेत्र को चार चांद लगा देता है । अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण ही झारखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश के पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित रहा है।
रांची से पतरातु मार्ग में एक अद्भुत मनोरम दृश्य सैलानियों को देखने को मिलती है रास्ते में पतरातू घाटी जो जो सालों भर सैलानियों से गुलजार रहता है।पतरातू डैम परिसर सैलानियों से गुलजार होने लगा है, जिधर देखें सैलानी नौका विहार करते नजर आते हैं ।
नाविक अपने नावों को दुल्हनों की तरह सजा कर रखे हुए हैं।इस बार सैलानियों को स्ट्रीमर का भी भरपूर मजा लेने का मौका मिलेगा। अभी से सैलानी इन पर्यटक स्थलों पर अपने परिवारों के साथ पहुंचकर एंजॉय कर रहे हैं और पुराने साल का विदाई के उम्मीद के साथ साथ नव वर्ष, बेहतर हो उम्मीद लगाए बैठे हैं।
पर्यटक स्थलों में झारखंड में कई पर्यटक स्थल है लेकिन पतरातू डैम का मनोरम दृश्य एक अलग ही छटा बिखेरती है । इसमें से पतरातू जलाशय, पलानी जलप्रपात, सयाल दामोदर नदी स्पॉट भुरकुंडा नलकारी नदी स्पॉट , और निम्मी जलप्रपात के पास, सैलानी पहुंचने लगे हैं। पतरातू डैम जहां फाटक है वहां पर माँ पंचवटी मंदिर भी स्थित है जिसमें लोग पूजा कर मुरादें पूरी होने कामना करते है।
* जियाउल अंसारी (नाविक संघ अध्यक्ष) :
उनका कहना है कि पर्यटकों के लिए हम लोग हर सुरक्षा के दृष्टिकोण से तत्पर रहते हैं। सैलानियों को किसी भी तरह का शिकायत का मौका नहीं देते हैं।
* कमलेश महतो (स्ट्रीमर चालक) :
उनका कहना है कि स्ट्रीमर खरीदने में अपनी पूरी पूंजी लगा दिए हैं अभी कमाई कोई खास नहीं है पर त्यौहारों और विशेष मौका पर कमाई अच्छी होती है। हम लोगों का रोजी-रोटी इसी नौका और स्ट्रीमर से चलता है। हम लोग अपने सैलानियों के लिए सुरक्षा पर विशेष ध्यान देते हैं किसी भी तरह का कोई शिकायत का मौका नहीं देते । नौका विहार के समय सभी लोगों को बुलेट प्रूफ जैकेट पहनाकर ही अपने स्ट्रीमर में बिठाते हैं। और जलाशय का सैर कराते हैं । डेम के बीचो-बीच बने टापू पर सैलानी जाते हैं और इंजॉय करते हैं।
Report By Mahesh Prasad (Ramgarh, Jharkhand)
By Madhu Sinha
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