बिहार के समस्तीपुर में चचरी पुलों की नगरी में माले टीम का एक दिवसीय भ्रमण।
जल्द नाव उपलब्ध कराएं प्रशासन- सुरेन्द्र।
कई परिवारों ने जलमग्न घरों को छोड़ अन्यत्र लिये शरण- बंदना सिंह।
चांदना पेट्रोल पंप के सड़क के नीचे बंद पड़े पुल चालू करने से आधा समस्तीपुर जलमुक्त हो जाएगा- नीलम देवी।
समस्तीपुर, 4 जुलाई '21
चचरी पुलों की नगरी के नाम से मशहूर जिला मुख्यालय से सटे शहर के विवेक- विहार मुहल्ला का एकदिनी भ्रमण कर भाकपा माले की टीम ने जिला स्थाई समिति सदस्य सुरेन्द्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में एकदिनी भ्रमण कर जल प्रभावित लोगों की समस्या जानने की कोशिश की. बताते चलें कि मुहल्ले में छोटे- बड़े करीब दर्जन भर चचरी है जो जलप्लावित परिवारों के लिए आक्सीजन जैसा कार्य कर रहा है. ये सभी पुल आपस में चंदे ईकट्ठे कर बनाये गये हैं. इसी से होकर अखवार, दूध, खाद्य पदार्थ आदि आवश्यक सामग्री जरूरतमंदों तक पहुँचाया जाता है. ये बात दीगर है कि कई जगह घरों में अत्यधिक पानी प्रवेश हो जाने के कारण चचरी भी बनाना असंभव- सा हो गया है. मुहल्ला के सुदूर दक्षिण रामउदगार दास वगैरह, पश्चिम दीवाकर मिश्र वगैरह अपने- अपने घरों को छोड़ अन्यत्र किराये की मकान में चले गये हैं.
चचरी पुल नं०-1- मुहल्ला के मूहाने पर संत पाल स्कूल से बाबू प्रसादप्रसाद झा के घर होते हुए दक्षिण की ओर दर्जन भर परिवार का लाइफलाइन बना हुआ है।
पुल नं०-2- रिटायर्ड बैंक मैनेजर प्रवीण कुमार के घर से रिटायर्ड शिक्षक सुरेंद्र राय एवं रिटायर्ड सहकारिता बैंक मैनेजर भागवत सदा वगैरह के घर तक.।
पुल नं०-3- विजय कुमार गुप्ता के घर से शिक्षक राजकुमार पोद्दार वगैरह के घर कमर भर पानी से बचने को बनाया गया चचरी पुल.
पुल नं०-4- पैथोलाजिस्ट सुभाषचंद्र मिश्र के घर से विशेश्वर प्रसाद सिंह वगैरह के घर तक.
पुल नं०-5- मंडलजी के घर से सुदर्शन पाठक के घर तक बनाया गया बांस की चचरी पुल।
इसके अलावे भी कई बांस की बनी चचरी पुल है जो जल पीड़ित परिवारों के लिए लाईफलाईन बना हुआ है. हलांकि ये पुल खतरनाक भी है. कई लोग इस पर से भी फिसल कर गिर पानी में गिर चुके हैं.
माले नेता सुरेन्द्र ने बताया कि ग्रामीणों के अनुसार पहले मुहल्ले में पीड़ित परिवार को वर्षा काल में आवागमन के लिए छोटे नाव (डेंगी) जिला प्रशासन द्वारा दिया जाता था लेकिन वर्तमान सरकार मांगने के बाबजूद भी नाव उपलब्ध नहीं करा पाई है।
मुहल्ले के नीलम देवी ने बताया कि मुहल्ला के पूरब समस्तीपुर- मुसरीघरारी मुख्य मार्ग पर चांदना पेट्रोल पंप के बगल में सड़क के नीचे बड़ा - सा पुल है जो बंद पड़ा है. अगर प्रशासन इसे चालू करा दें तो आधी समस्तीपुर मसलन आदर्नगर, विवेक-विहार, सोनवर्षा, काशीपुर, आरएनएआर कालेज आदि मुहल्ला जलमुक्त हो जाएगा।
ऐपवा नेत्री ने इन समस्याओं के लिए सरकार को जिम्मेवार मानते हुए सरकार के पास कोई ठोस आवास नीति का न होना बताया है. उन्होंने कहा है कि सरकार पहले निर्माणाधीन मुहल्ला में बुनियादी सुविधा मसलन सड़क, बिजली, नाला, कुड़ेदान, ट्रांसफार्मर, आदि उपलब्ध कराएं फिर अनुमति लेकर मकान बनाने की स्वीकृति "आल इन वन" काउंटर से दें तो ऐसे पड़ेशानी से बचा जा सकता है।
रिपोर्टर :- मोहम्मद सिराज ( समस्तीपुर, बिहार)
By Madhu Sinha






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