आदिवासी बहुल क्षेत्र में गैर आदिवासियों के नाम पर भूमि बंदोबस्ती का आदिवासी मूलवासी संगठन ने जताया विरोध।

 आदिवासी बहुल क्षेत्र में गैर आदिवासियों के नाम पर भूमि बंदोबस्ती का आदिवासी मूलवासी संगठन ने जताया विरोध।


 हुल दिवस के मौके पर आदिवासी मूलवासी संगठन ने आदिवासी बहुल ग्रामीण क्षेत्र में गैर आदिवासियों द्वारा सरकारी जमीन दखल करने तथा  अंचल कार्यालय की मिलीभगत से सरकारी भूमि की बंदोबस्ती कराने पर कड़ा विरोध दर्ज कराया है ।



  गम्हरिया प्रखंड के डुमरा पंचायत अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय हुडांग के फुटबॉल मैदान में बुधवार को कई गांव के ग्राम प्रधान और ग्रामीणों की आयोजित बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर पूरे मामले की उच्च अधिकारियों से जांच कराने तथा बंदोबस्ती रद्द करने की मांग की गई I पूरे मामले पर  प्रकाश डालते हुए  आदिवासी मूलवासी भूमि रक्षा समिति के कानूनी सलाहकार संग्राम मार्डी ने कहा कि गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत डुमरा पंचायत का यह समूचा इलाका भारतीय संविधान के अंतर्गत मौलिक अधिकार के प्रावधान 244 (1) में उल्लेखित पांचवी अनुसूची के अंतर्गत आता है ।



 यहां आदिवासियों की जमीन की रक्षा के लिए छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम के कड़े प्रावधान भी लागू है I ऐसे में बिना आमसभा में प्रस्ताव पारित कराए बिना, क्षेत्र में गैर आदिवासियों के नाम सरकारी भूमि की बंदोबस्ती करना पूरी तरह असंवैधानिक है। जिसका स्थानीय लोग तीव्र विरोध कर रहे हैं। अंचल कार्यालय की मिलीभगत से ऐसे कारनामे करने वाले लोग आदिवासी मूलवासी को बेदखल करने पर तुले हैं, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा I उन्होंने कहा कि हम सभी सिद्धू कानू के वंशज हैं और किसी भी परिस्थिति में अपनी भूमि की रक्षा के लिए कृत संकल्प है ।


क्या है पूरा मामला -----

गम्हरिया प्रखंड में डुमरा पंचायत के  हाड़ीभागा मौजा में थाना नंबर 44, हल्का नंबर 06, खाता संख्या 30, प्लॉट नंबर 81/340, रकबा 2. 12 एकड़ भूमि न्यू हाउसिंग कॉलोनी आदित्यपुर निवासी पूर्व सैनिक अनिल कुमार सिंह के नाम पर अंचल कार्यालय गम्हरिया द्वारा बंदोबस्ती कर दी गई है I इसके लिए बकायदा स्थानीय स्तर पर आमसभा दिखाकर अनापत्ति प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत किया गया I इस आमसभा को और उसमें पारित अनापत्ति प्रमाण पत्र को स्थानीय लोग फर्जी बता रहे हैं I उनके मुताबिक यह भूमि आदिवासियों के पशुधन का चारागाह है और इस भूमि पर स्थानीय लोग वर्षों से अपने धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करते आए हैं I ऐसे में उक्त भूमि की बंदोबस्ती किए जाने पर उन्हें घोर आपत्ति है I  इस संबंध में आदिवासी मूलवासी भूमि रक्षा समिति ने विगत 4 जून को  जिले के उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर जमाबंदी निरस्त करने और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की थी ।



 कार्यक्रम की अध्यक्षता स्थानीय ग्राम प्रधान फूलचंद महतो ने  की I बैठक में गम्हरिया प्रखंड प्रमुख अमृता टुडू एवं दर्जनों गांव के ग्राम प्रधान तथा आदिवासी मूलवासी संगठन से जुड़े कई प्रतिनिधि उपस्थित थे I इससे पूर्व हुल दिवस के मौके पर उपस्थित लोगों ने झारखंड के पहले स्वतंत्रता सेनानी सिद्धू कान्हू की वीरता को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की I कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुरेश टूडू, जवाहरलाल महाली,रामू मुर्मू,सुरेश हांसदा, गुलाब चंद्र महतो, प्रेम चंद्र मारडी, बिरसा सोरेन, आस्तिक महतो, गुरू लोचन मारडी, संतोष महतो, राजा टुडू, गयादत्त महतो, कालीचरण हांसदा, सोहराय बेसरा, धर्मेंद्र टूडू, रवि महंती, बबलू टूडू आदि उपस्थित थे I



Report By -- Rupesh Kumar


By Madhu Sinha

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