CHANDANKIYARI,JHARKHAND#शहीद सदानंद झा की 51वीं शहादत दिवस सदानंद झा चौक चन्दनकियारी में मनाया गया ।
चन्दनकियारी, बोकारो, झारखंड ।शहीद सदानंद झा स्मारक समिति कि और से मंगलवार को सदानंद झा की 51 वीं शहादत दिवस पर सदानंद झा चौक चन्दनकियारी में उनके चित्र पर श्रद्धांजलि दी गई। अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष तपन रजवार व संचालन समिति के सचिव राजीव रंजन झा ने किया। वहीं किसान नेता कुमुद महतो ने कहा कि सदानंद झा गोमो में रेलवे के टंडेल के पद पर रहते हुए मजदूर संगठन से जुड़े। कुछ ही समय में वे मजदूरों के प्रखर नेता बन गए। गोमो में शहीद सदानंद झा अपने आंदोलनों की वजह से जाने जाते थे। उनके आंदोलन के बारे में कहा जाता है कि एक बार उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था तो उनकी रिहाई के लिए महिलाओं ने रेल का चक्का तक जाम कर दिया था। जब डीसी ने उन्हें बिना शर्त छोड़ा तब जाकर आंदोलन समाप्त हुआ। अलग झारखंड राज्य के आंदोलन में सबसे पहले शहीद होने वाले शहीद सदानंद झा ही थे। सदानंद झा की प्रसिद्धि और सूदखोरों के विरुद्ध उनके द्वारा फूंका गया बिगुल था। उसी के बाद वे उनके आंखों की किरकिरी बन गए थे। 11 मार्च 1974 को उन्हें घर से बुलाकर रेलवे ग्राउंड के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनकी हत्या के बाद गोमो में दंगा की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। जिसे किसी तरह से प्रशासन ने काबू किया था। गोमो में कभी भी किसी नेता की बात उठती है तो सीधे शहीद सदानंद झा की बात आती है। मौके पर किसान नेता सह समिति के संरक्षक जगन्नाथ रजवार, उत्तम राय, राम लाल महतो, माले नेता दुलाल प्रमाणिक,अशोक दास, गौउर दास, लक्खन महतो, राम जय महतो, जगाय राय आदि शामिल रहे।
Report By Mahendra Mahato (Chandankiyari, Bokaro, Jharkhand)
By Madhu Sinha

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