RANCHI,JHARKHAND#*दिल के अरमां आंसुओं में बह गए... *तेरा जाना,दिल के अरमानों का मिट जाना... किशोर कुणाल जी के असामयिक निधन से अत्यंत मर्माहत हूं : अमरनाथ सिंह ।

RANCHI,JHARKHAND#*दिल के अरमां आंसुओं में बह गए...

*तेरा जाना,दिल के अरमानों का मिट जाना...

किशोर कुणाल जी के असामयिक निधन से अत्यंत मर्माहत हूं : अमरनाथ सिंह ।

रांची, झारखंड ।

 भारतीय पुलिस सेवा के लोकप्रिय व चर्चित अधिकारी, बहुमुखी प्रतिभा के धनी किशोर कुणाल के असामयिक निधन की सूचना से अत्यंत मर्माहत हूं। सहसा यकीन ही नहीं हो रहा है की किशोर कुणाल जी अब हमारे बीच नहीं रहे। उक्त बातें  राजधानी रांची के  एचईसी परिसर निवासी जाने-माने समाजसेवी अमरनाथ सिंह ने उनके निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कही। श्री सिंह पवनपुत्र हनुमान जी के अनन्य भक्तों में से एक हैं। 

 उन्होंने कहा कि स्व.कुणाल एक कुशल प्रशासक के साथ-साथ समाजसेवी व धार्मिक-आध्यात्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे। शिक्षा, स्वास्थ्य, धर्म-अध्यात्म के क्षेत्र में उनका उल्लेखनीय योगदान भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने बताया कि किशोर कुणाल ने पटना स्थित महावीर मंदिर की पूरे देश में एक अलग पहचान स्थापित की। उनके प्रयासों का ही प्रतिफल है कि श्रद्धालुओं के लिए पटना स्टेशन    स्थित महावीर मंदिर एक विख्यात धार्मिक स्थल के रूप में आकर्षण का केंद्र बन गया है।

श्री सिंह ने बताया कि गत वर्ष वे आकर्षक हनुमान चालीसा की कुछ प्रतियां लेकर महावीर मंदिर, पटना में किशोर कुणाल जी को सौंपने गए थे। साथ ही कैनवास पर हनुमान जी की उकेरी गई एक दुर्लभ तस्वीर भी महावीर मंदिर में लगाने की उनकी इच्छा थी, लेकिन कुणाल जी से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। इससे उनकी यह इच्छा पूरी नहीं हो सकी। इससे 

श्री सिंह द्वारा बनाई गई हनुमान जी की दुर्लभ तस्वीर पटना स्टेशन के हनुमान मंदिर में लगाने की उनकी कामना अधूरी रह गई। 

श्री सिंह ने स्व.कुणाल की आत्मा की शांति और उनके परिजनों को संबल प्रदान करने की ईश्वर से कामना की।



By Madhu Sinha 

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