LATEHAR,JHARKHAND#*नये साल में सैलानियों का स्‍वागत करने को तैयार हैं तापा पहाड़ की दिलकश वादियां*

 LATEHAR,JHARKHAND#*नये साल में सैलानियों का स्‍वागत करने को तैयार हैं तापा पहाड़ की दिलकश वादियां*

लातेहार, झारखंड ।

अगर यह कहा जाये कि कुदरत का नजारा देखना है तो लातेहार आइये, गलत नहीं होगा. हरी भरी वादियां, उच्चे-नीचे पर्वत,पर्वत के बीच से कलकल बहती नदियां तथा जंगलों में महुआ एवं पलास की खुशबू यह छोटा सा एक परिचय है लातेहार जिला का. यहां की नयनाविराम छटा लोगों को अपनी ओर बरबस आकर्षित करती है. जिले में नेतरहाट एवं बेतला जैसे पर्यटन स्थल राष्ट्रीय स्तर के पर्यटन स्थल हैं.वहीं लातेहार शहर के पूरब में स्थित तापा की पहाड़ी एवं उसके नीचे बहता झरिया डैम भी नये साल में शहरवासियों के तफरीह का एक मुरीद स्थल है. रांची की ओर से लातेहार में प्रवेश करते ही मानो प्रतीत होता है कि तापा की पहाड़ी की दिलकश वादिंयां अपनी दोनो बाहें फैलाये सैलानियों स्वागत करने के लिए तैयार खड़ी है. अगर आपको पहली जनवरी को कहीं घुमने जाना है तपा की पहाड़ी में अवश्य आयें. यहां की खुबसूरती के आप मुरीद हो जायेगें.एनएच 75 पर है तपा की पहाड़ी ।

तपा की पहाड़ी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह एनएच 75 पर रांची-मेदिनीनगर मुख्य मार्ग पर अवस्थित है. मुख्य मार्ग से महज 100 मीटर की दूरी पर झरिया का डैम है और डैम के उस पार तपा की पहाड़ी है.

कैसे पहुंचे

तपा की पहाड़ी व झरिया डैम पहुंचने का सबसे सुलभ सड़क मार्ग है. रांची से मेदिनीनगर मार्ग पर असंख्य यात्री बसें चलती है. मेदिनीनगर से रेल मार्ग से भी आया जा सकता है, लेकिन रांची से रेल मार्ग से आना थोड़ा परेशानियों वाला है. हालांकि रांची या मेदिनीनगर से यहां एक दिन में सैर सपाटा कर वापस लौटा जा सकता है. वैसे शहर में रुकने के लिए कई होटल व रेस्ट हाउस भी उपलब्ध है.पहली जनवरी को लोग यहां पिकनीक मनाते हैं. झरिया डैम के किनारे असंख्य चट्टाने हैं. वहीं पहाड़ में कंदरायें हैं. लोग यहां वनभोज करते हैं और तपा पहाड़ की चढ़ाई करते हैं. पर्वत की चोटी से पूरा शहर दिखायी पड़ता है. यही नहीं चोटी से सरपीले आकार सी दिखायी पड़ने वाली एनएच 75 पर वाहन माचिस की डिबिया जैसी दिखायी पड़ती है.

कई होटल व ढाबे हैं

तपा पहाड़ के नीचे कई होटल व ढाबे हैं. यहां नास्ते व खाने की पूरी व्यवस्था है. अगर आप वन भोज नहीं कर रहे हैं तो पहाड़ी का सैर कर होटल व ढाबों मे भी खाना खा सकते हैं.



Report By Nihit Kumar (Latehar, Jharkhand)

By Madhu Sinha 

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