RANCHI,JHARKHAND#झारखंड राज्य दफादार चौकीदार पंचायत द्वारा चौकीदारों की 6 सूत्री मांगों को लेकर राजभवन (जाकिर हुसैन पार्क) के पास रांची में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन आज सातवां दिन जारी है !
झारखंड राज्य दफादार चौकीदार पंचायत द्वारा चौकीदारों की 6 सूत्री मांगों को लेकर राजभवन जाकिर हुसैन पार्क के पास रांची में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन आज सातवां दिन जारी है जिसकी अध्यक्षता राज्य अध्यक्ष श्री कृष्णा दयाल सिंह ने की और इसका संचालन श्री निजावत अंसारी ने किया।अपनी 6 सूत्री मांगों में सेवा विमुक्त चौकीदारों को पुनः सेवा में योगदान करने हेतु सभी उपायुक्तों को आदेश देना।और सेवा विमुक्त और एवजी चौकीदारों के रिक्त पदों पर निकाला गया विज्ञापन रद्द करने और विज्ञापन निकालने पर रोक लगाने 1 जनवरी 1990 के पूर्व और बाद में सेवानिवृत्त चौकीदार दफदारों के आश्रितों की नियुक्ति पूर्व नियुक्ति प्रक्रिया के अनुसार करने का आदेश सभी उपायक्तो को देना चौकीदारों के रिक्त पदों पर विज्ञापन निकालकर नियुक्ति करने पर रोक लगाना झारखंड चौकीदार स्वर्ग नियमावली 2015 के आलोक में 100 से 120 आवासीय घरों पर बीट सृजित करना सेवा विमुक्त सभी चौकीदारों को पुनः सेवा में योगदान करने और 1 जनवरी 1990 के पूर्व और बाद में सेवानिवृत्ति चौकीदार दफादार के आश्रितों की नियुक्ति पूर्व नियुक्ति प्रक्रिया के अनुसार करने हेतु भारतीय संविधान के अनुच्छेद 16(4) भावना के आलोक में तत्काल अध्यादेश जारी करना वर्दी भत्ता प्रति वर्ष ₹10000 देना चौकीदार दफादार को भी 13 माह का वेतन देना स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति का लाभ देना 31/ 12/ 1989 को सेवानिवृत्ति चौकीदार दफादार के आश्रित की नियुक्ति झारखंड कैबिनेट द्वारा पारित संकल्प के आलोक में करना, अनुकंपा के आधार पर आश्रितों में पोता नाती को जोड़ना और बाल पुलिस की तरह ही बाल चौकीदार की नियुक्ति करना प्रमुख है धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए राज्य अध्यक्ष श्री कृष्णा दयाल सिंह ने कहा कि सेवानिवृत्त चौकीदार दफादार और सेवा बिमुक्त चौकीदारों के रिक्त पदों पर निकाला गया विज्ञापन तत्काल रद्द किया जाए श्री सिंह ने कहा कि झारखंड चौकीदार स्वर्ग नियमावली 2015 की कंडिका 2(9) के आलोक में 100 से 120 आवासीय घरों पर नया विट सृजित कर नए विटो पर विज्ञापन निकाला जा सकता है श्री सिंह ने कहा कि यदि चौकीदार दफादार के पुराने बेटों पर विज्ञापन निकाला गया तो सेवानिवृत्त चौकीदार दफादार के आश्रित और सेवा विमुक्त चौकीदार बहाल नहीं हो पाएंगे और इसका सीधा असर जनहित और राज्यहित पर पड़ेगा क्योंकि पूस्त दर पुस्त एक ही परिवार से चौकीदारी करने के कारण इनकी सूचना जनहित और राजहित में बहुत महत्वपूर्ण होती है श्री सिंह ने बताया की चौकीदारी व्यवस्था में 90% अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग (1+ 2) के लोग पूस्त दर पुस्त से काम करते आ रहे हैं चौकीदार दफादारो का जितना पद रिक्त है 95% इन्हीं वर्गों से रिक्त है विज्ञापन निकलने पर स्वीकृत पदों पर आरक्षण रोस्टर लगाया जा रहा है जिसके कारण सेवा विमुक्त चौकीदार दफादारो के आश्रित और सेवानिवृत चौकीदार २. प्रतिशत भी नियुक्त नहीं हो पाएंगे सृजित नया बीट पर ही आरक्षण रोस्टर लगाया जाए श्री सिंह ने झारखंड के माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन से मांग की है कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 16 ( 4) की भावना के आलोक में सेवा विमुक्त चौकीदारों को पुनः सेवा में योगदान कराने और 1 जनवरी 1990 के पूर्व और बाद में सेवानिवृत्त चौकीदार दफादार घटवार दिग्वार और सरदारों के आश्रितों की नियुक्ति पूर्व नियुक्ति प्रक्रिया के अनुसार करने हेतु तत्काल अध्यादेश जारी करें अन्यथा चौकीदारी व्यवस्था में पूस्त दर पुस्त से कार्यरत 95% अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्गों के लोग इस व्यवस्था से बाहर हो जाएंगे।
धरना प्रदर्शन का संचालन करते हुए निजावत अंसारी ने कहा कि झारखंड राज्य दफादार चौकीदार पंचायत द्वारा रांची में रैली प्रदर्शन न्याय मार्च धरना प्रदर्शन क्रमबद्ध अनशन आमरण अनशन और मुख्यमंत्री आवास का घेराव एवं जिला प्रमंडल स्तर पर आंदोलन के माध्यम से झारखंड सरकार को मांग पत्र सोपा गया था इन आंदोलनों का नेतृत्व चौकीदार दफादार के उदारक सामाजिक न्याय के अग्रणी योद्धा और महान समाजवादी नेता दिवंगत श्री राम अवधेश सिंह पूर्व सांसद भी कर चुके हैं।
धरना प्रदर्शन में सर्वश्री एतवा उरांव बंटी साहू करमुखासी हेमंत प्रमाणिक मिथिलेश यादव रामविलास उराव दिलीप राव छोटी उराव अनिल देते नौशाद आलम शेखर सिंह विकास सिंह भैया रामतुरी दिनेश्वर महतो पेटूराम जॉनी जॉन क्रिकेटर संतोष पासवान अखिलेश शाह बलमा हमारी अहमद अंसारी हारून कैसे बिल सागर कुजूर सुबोध टोप्पो सुरेश पासवान सीपू पहाड़िया पंचम लौहरा सहित भारी संख्या में चौकीदार दफादार भाग लिए।
कृष्ण दयाल सिंह अध्यक्ष झारखंड राज्य दफादार चौकीदार पंचायत।
By Madhu Sinha
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