DUMKA,JHARKHAND#*शाम होते ही यात्री और कांवरिये अपने आप को असुरक्षित महसूस करते हुए पहुँचते हैं रेलवे स्टेशन।*

 DUMKA,JHARKHAND#*शाम होते ही यात्री और कांवरिये अपने आप को असुरक्षित महसूस करते हुए पहुँचते हैं रेलवे स्टेशन।*

हंसडीहा सरैयाहाट

सावन महीने में भागलपुर से जलभरकर हंसडीहा के रास्ते लाखों कांवरियों का जत्था बासुकीनाथ के लिए निकलता है। कावरियों को कोई परेशानी न हो उसके लिए जिला प्रशासन के द्वारा इस मार्ग पर समुचित व्यवस्था की गई है। मगर इक्का दुक्का कामों की कमी की वजह से कावरियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हंसडीहा पंचायत समिति सदस्य बद्री महतो ने बताया कि हंसडीहा दुमका स्टेट हाइवे पर लगी स्ट्रीट लाइट को तो चालू कर दिया गया मगर आधा अधूरा ही लाइट चालू हैं बांकी बंद पड़े हैं। वहीं हंसडीहा चौक पर कावरियों के लिए पीने के लिए पानी की व्यवस्था नही की गई हैं। उन्होंने बताया कि श्रावणी मेले के सफल संचालन के लिए प्रसाशन और पब्लिक के बीच बैठक की गई थी जिसमें ये सभी प्रस्ताव को लिया गया था। वहीं उन्होंने बताया कि गांधी चौक स्थित हनुमान मंदिर और गांधी की प्रतिमा का सौदरीकरण और लाइट लगाने की भी बात कही गई थी। लेकिन अभी तक वो  नही हो सका। बासुकीनाथ जाने के क्रम में कुछ कांवरिया हनुमान मंदिर में भी रुकते हैं मगर वहां कांवर रखने की समुचित व्यवस्था नही रहने के वजह से कांवरिये जमीन पर ही अपने कावर को रखकर आराम फरमाते हैं। वहीं श्री महतो ने बताया कि सोशल मीडिया न्यूज पेपर के माध्यम से कई दफे प्रसाशन के संज्ञान में रेलवे अप्रोच मार्ग पर बंद पड़ी लाइटों को चालू करने की बात कही गई है मगर अभी तक प्रसाशन की और से कोई ठोस पहल नही किया गया। बता दें कि बासुकीनाथ से जलार्पण के बाद कावरियों का जत्था हंसडीहा   रेलवे स्टेशन पहुँचते हैं वहीं अप्रोच मार्ग पर लाइट की व्यवस्ता नही रहने से कांवरिये अपने आप को असुरक्षित महसूस करते हुए स्टेशन पहुँचते हैं।


Report By Deepak Kumar (Dumka, Jharkhand)

By Madhu Sinha 

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