RANCHI#एचईसी बचाओ मजदूर जन संघर्ष समिति की बैठक में बनी आंदोलन की रणनीति * गैर भाजपाई सांसदों का प्रतिनिधिमंडल मिलेगा प्रधानमंत्री व उद्योग मंत्री से * सुबोधकांत सहाय केन्द्रीय कैबिनेट सचिव से मिलने दिल्ली रवाना * राज्यपाल व मुख्यमंत्री को प्रतिनिधिमंडल आज सौंपेगा ज्ञापन * एचईसी मुख्यालय का घेराव 10 जनवरी को * व्यापक जनजागरण अभियान आज से

 RANCHI#एचईसी बचाओ मजदूर जन संघर्ष समिति की बैठक में बनी आंदोलन की रणनीति

* गैर भाजपाई सांसदों का प्रतिनिधिमंडल मिलेगा  प्रधानमंत्री व उद्योग मंत्री से

* सुबोधकांत सहाय केन्द्रीय कैबिनेट सचिव से मिलने दिल्ली रवाना

* राज्यपाल व मुख्यमंत्री को  प्रतिनिधिमंडल आज सौंपेगा ज्ञापन

* एचईसी मुख्यालय का  घेराव 10 जनवरी को

* व्यापक जनजागरण अभियान आज से

रांची। एचईसीकर्मियों के बकाया वेतन भुगतान के संबंध में प्रबंधन द्वारा अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिए जाने से आक्रोशित कामगारों ने आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया है। 

  इस संबंध में गुरुवार को एचईसी बचाओ मजदूर जन संघर्ष समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक समिति के मुख्य संरक्षक व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय के एचईसी परिसर स्थित आवासीय कार्यालय पर हुई। 

   बैठक की अध्यक्षता खिजरी के विधायक राजेश कच्छप ने की। 


 मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने अपने संबोधन में कहा कि मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण एचईसी पर बंदी की तलवार लटक रही है। एशिया प्रसिद्ध कारखाना बचाने के लिए सभी गैर भाजपाई राजनीतिक दलों, सामाजिक संस्थाओं और श्रमिक संगठनों को अब आर-पार की लड़ाई लड़नी होगी। श्री सहाय ने सभी वामपंथी दलों और गैर भाजपाई राजनीतिक दलों के सांसदों का आह्वान करते हुए कहा कि दिल्ली में एक प्रतिनिधिमंडल एचईसी को बचाने को लेकर प्रधानमंत्री और उद्योग मंत्री से मिलकर वार्ता करें।  उन्होंने कहा कि दिल्ली में कैबिनेट सचिव से एचईसी को बचाने के संबंध में शुक्रवार को वार्ता की जाएगी।

  बैठक की अध्यक्षता करते हुए खिजरी के विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि एचईसी को निजी क्षेत्र में बेचने की केंद्र सरकार की मंशा को कभी सफलीभूत नहीं होने देंगे। 

 उन्होंने कहा कि एचईसी क्षेत्र को छह जोन में बांटा गया है और सभी जोनल कमेटी के प्रभारियों से अनुरोध किया गया है कि वह शुक्रवार से एचईसी को बचाने को लेकर व्यापक जन जागरूकता अभियान शुरू करें। आम जनता को भी आंदोलन में आगे आने का आह्वान करें।  


  उन्होंने आंदोलन की रूपरेखा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जोनल कमेटी द्वारा व्यापक जन जागरूकता अभियान शुक्रवार से शुरू होगा। श्री कच्छप ने कहा कि यदि केंद्र सरकार ने एचईसी को बंद करने का निर्णय लिया तो इस क्षेत्र के आसपास के सभी प्रोजेक्ट स्मार्ट सिटी, लाइट हाउस आदि केंद्र सरकार की  परियोजनाएं ठप कर दी जाएगी।  एचईसी के अधिकारियों का हुक्का पानी बंद किया जाएगा। अब लड़ाई आर या पार की होगी। उन्होंने कहा कि  एचईसी मुख्यालय का 10 जनवरी को घेराव किया जाएगा। 

बैठक को संबोधित करते हुए एचईसी नागरिक संघ के अध्यक्ष कैलाश यादव ने कहा कि कामगारों के साथ एचईसी काफी ज्यादती कर रहा है। उन्होंने एचईसीकर्मियों की समस्याओं को लेकर निदेशकों के घर पर डेरा डालो कार्यक्रम करने का सुझाव दिया। बैठक को संबोधित करते हुए ग्रामीण कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुरेश बैठा ने कहा कि एचईसी के तीनों निदेशकों का हुक्का पानी बंद करना होगा।  तभी प्रबंधन की कुंभकर्णी निद्रा भंग होगी और कामगारों को उनका वाजिब हक मिल सकेगा।


बैठक को सीपीआई के केडी सिंह, भाकपा माले के भुनेश्वर केवट, मासस के सुशांत मुखर्जी, राजद के राजेश यादव, तृणमूल कांग्रेस के सुधांशु कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता दयामणि बारला, सरना समिति के अजय तिर्की, एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह, सहकारिता कांग्रेस के बबलू शुक्ला, जिला परिषद की पूर्व सदस्य सुंदरी तिर्की, एचईसी के श्रमिक नेता दिलीप सिंह, प्रकाश कुमार, विमल महली, मनोज पाठक, केपी साहू, बृजेश सिंह, एसजे मुखर्जी, जगन्नाथपुर व्यवसाई संघ के एसएन मिश्रा, श्रमिक नेता योगेंद्र सिंह सहित अन्य ने  संबोधित किया। 


बैठक में एस अली, प्रदीप तिवारी, संजय झा, धीरेंद्र सिंह बमबम, अजीत द्विवेदी, परमेश्वर सिंह, कर्मदेव सिंह, अरुण कुमार, बबलु सिंह, सिंटू यादव, अशोक कुमार सिन्हा सहित काफी संख्या में सामाजिक संगठनों और श्रमिक संगठनों से जुड़े प्रतिनिधिगण शामिल थे। बैठक का संचालन धुर्वा प्रखंड कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रंजन यादव ने की।


By Madhu Sinha

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