RANCHI#आज दिनाँक 05/12/2021 को हाजी असलम बैंक्वेट हॉल गुदरी चौक स्थित मोब्लिंचिंग पर कड़े कानून लाने और उसको इस शीतकालीन सत्र में सदन से पारित कर उसको झारखण्ड में धरातल पर उतारने के लिए सरकार को चेतावनी देने के लिए दिनाँक 12/12/2021 को सांकेतिक धरना का योजना झारखंड मुस्लिम सेंट्रल कमिटी की बैठक में बनाया गया।
आज के बैठक की अध्यक्षता एकरा मस्जिद के खतीब और इमाम डॉ०ओबैदुल्लाह कासमी ने किया इस बैठक का आयोजन झारखण्ड मुस्लिम सेंट्रल कमिटी के द्वारा किया गया था आज के बैठक में कार्यवाहक अध्यक्ष पूर्व वार्ड पार्षद मो०असलम ने कहा कि पूर्व में JMCC के अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभा में राज्य के मुखिया माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मोब्लिंचिंग पर कड़े कानून बनाने के लिए आवेदन दिया था किंतु एक वर्ष गुजरने के बाद भी राज्य सरकार इस विषय पर गंभीर नही दिखाई पड़ती, आये दिन राज्य में मोब्लिंचिंग की घटनाओं में वृद्धि होती जा रही है, इसी संदर्भ पर आज ये बैठक आहूत की गई रांची शहर एवं रांची से सटे आस-पास के ग्रामीण इलाकों के सैकड़ो संस्था,पंचायतों/कमिटी के मुख्य पदाधिकारी शामिल हुए। आज के बैठक में मोब्लिंचिंग सहित बाबरी मस्जिद के शहादत पर चर्चा करते हुए दो बिंदु पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि पूर्व में दिए गए आवेदन पर सरकार के उदासीन रवय्या के खिलाफ रांची मेन रोड टैक्सी स्टैंड में 12 दिसंबर 21 को सरकार को चेतावनी स्वरूप धरना देकर संकेत दिया जाएगा कि अगर इस शीतकालीन सत्र में मोब्लिंचिंग पर कड़े कानून को सदन में पास नही करती है तो आने वाले समय मे अकलियतों की अगली रणनीति में राजभवन में महाधरना एवं विधानसभा का घेराव शामिल हो जाएगा। झारखंड के मुसलमान अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है जिस घोषणापत्र पर विश्वास करके गठबंधन की सरकार को सत्ता में मुसलमान लाये है वही सरकार मुसलमानों के आवाज को सुनना नही चाहती।
दूसरे बिंदु पर यह निर्णय लेते हुए सभी झारखंडवासी से अपील किया गया कि कल दिनाँक 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद की शहादत दिवस पर झारखंड के मुस्लिम अपने अपने घरों के छतों और चौक चौराहों पर काला दिवस के प्रतीक के रूप में काला झंडा एवं बाहों में काला बिल्ला लगा कर अपने दुख को व्यक्त करते हुए बाबरी मस्जिद की शहादत को याद करेंगे आज के बैठक में JMCC के संरक्षक पूर्व वार्ड पार्षद मो०सलाउद्दीन सहित अकीलउर रहमान, मुजीब कुरैशी,गुलाम जावेद,शमीम अली,मेराज गद्दी,नदीम खान,डॉ०मुजफ्फर हुसैन,नौशाद खान,मो०सरफराज,डॉ०तारिक हुसैन नदीम इक़बाल,नईम अख्तर,मो०इरशाद,पार्षद नसीम गद्दी,हाजी मो०फिरोज ने भी विचार रखते हुए एक स्वर में कहा कि सरकार अकलियतों की अनदेखी करेगी तो हमलोग सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे सभा का संचालन अफरोज आलम ने किया और धन्यवाद ज्ञापन नईम अख्तर ने किया इस बैठक में मुख्य रूप से मो०जबीउल्लाह,नेहाल अहमद,वारिस खान,मो०शकील,मो०फहीम,मो०सरवर,सलीम हवारी,एडवोकेट मो०इम्तियाज़,नवाब चिश्ती,मोहसिन खान,आरिफ खान,इरफान आलम,अफरोज खान,आरजू आलम,सज्जाद इदरीसी,मो०बब्बर,सरवर खान,मौलाना इम्तियाज़ आलम,शकील राही, मो०परवेज आलम, आदि विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
By Madhu Sinha
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