DHANBAD# डाॅ. दिनेश कुमार सिंह बने "इन्डियन सोसाइटी आफ एनेस्थिसियोलॉजीसटस"बिहार झारखंड के स्टेट प्रेसिडेंट
30 वें ईस्ट जोन एवं 33वें बिहार-झारखंड स्टेट आईशाकाॅन (ISACON) कॉन्फरेंस आफ एनेस्थिसियोलॉजीसटस जो पटना के मौर्य होटल में सम्पन्न हुआ में प्रेसिडेंट के लिए निर्विरोध चुने गये ।
धनबादः कोल माइंस ऑफिसर्स एसोसियेशन के महासचिव व केन्द्रीय अस्पताल (सीएचडी) के एनेस्थेसिया एवं क्रिटिकल केयर विभाग के विभागाध्यक्ष (एचओडी) रहे डाॅ डी के सिंह जो बीसीसीएल के कार्मिक निदेशक (डीपी) के तकनीकी सचिव (स्वास्थ्य) है को "इन्डियन सोसाइटी आफ एनेस्थिसियोलॉजीसटस"बिहार झारखंड के स्टेट प्रेसिडेंट का प्रभार दिया गया ।
लोकनायक की धरती के डाॅ दिनेश में हैं गहरे सामाजिक सरोकार:
डाॅ दिनेश कुमार सिंह देश को दिशा देने वाले और भारतीय राजनीति के प्रकाश-पुंज रहे लोकनायक जयप्रकाश नारायण की धरती सिताबदियारा (बिहार) के मूल रूप से हैं। मानव-मूल्यों के प्रति सदा समर्पित रहने वाले लोकनायक की मिट्टी के श्री सिंह ने जीवन के हर आयाम को बड़े लगन से जीया है और आम-आवाम के प्रति हमेशा संजीदा रहे हैं। सरल हृदय, सौम्य व्यवहार और मृदुभाषी व्यक्तित्व के स्वामी डाॅ सिंह की कई खासियते हैं। वे अपने पेशेवर कर्तव्यों को पूरा करने के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों से भी गहरा ताल्लुक रखते हैं। अपने छात्र-जीवन से अब तक उन्होंने लगातार जरूरतमंदों को सहारा दिया है। लोगों में आत्मविश्वास जगाने और संघर्षशील बने रहने को प्रेरित किया है।
डाॅ सिंह में है नेतृत्व क्षमता का गुणः डाॅ सिंह में अपार नेतृत्व क्षमता और संगठन कौशल है। वे संप्रति, कोल माइंस आॅफिसर्स एसोसियेशन के महासचिव हैं। धनबाद के प्रतिष्ठित यूनियन क्लब के कार्यकारी अध्यक्ष रहे। इंडियन एसोसियेशन आॅफ एनेस्थेसियोलाॅजिस्ट्स के धनबाद चैप्टर के सेकरेटरी एवं अध्यक्ष पद को लम्बे समय तक सुशोभित किया हैं। इसी संगठन के सचिव पद पर रहते हुए उन्होंने सन् 2014 में पाटलीपुत्रा मेडिकल कालेज एवं भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के ज्वाइंट वेन्यु धनबाद में इंडियन एसोसिएशन ऑफ एनेस्थेसियोलॉजिस्ट्स के पूर्वी भारत का क्षेत्रीय कंान्फें्रेंस(ईस्ट जोन ISACON), बिहार-झारखंड सटेट एवं नेशनल CME का भव्य आयोजन करवाया था, जो काफी सफल रहा। इसकी चर्चा आज भी काफी होती है। इंडियन एसोसिएशन ऑफ एनेस्थेसियोलॉजिसट्स की धनबाद शाखा के सचिव पद पर रहते हुए ये आम लोगों को जागरूक करने के लिए समय-समय पर विभिन्न तरह के कार्यक्रम भी आयोजित कराते रहे। जिला स्तर पर सेमिनार कराने तथा इससे संबंधित पुस्तकों का प्रकाशन तथा राज्यस्तरीय कांफ्रेंस का नियमित आयोजन कराना इनकी नेतृत्व क्षमता और आयोजन कौशल को प्रदर्शित करता है। इसके अतिरिक्त ये सामाजिक कार्यों तथा गरीब मरीजों की बढ़-चढ़कर सेवा तथा सहायता करने में अपनी अहम भूमिका निभाते रहे हैं। कोल माइंस ऑफिसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सचिव बनने के बाद कंपनी के अधिकारियों की समस्याओं के निराकरण में भी अग्रणी रहे।
सेंट्रल हाॅस्पीटल के क्रिटिकल केयर विभाग के समुन्नतिकरण में रहा विशेष योगदानः
सन् 2007 ई. में डाॅ डी के सिंह का तबादला जगजीवन नगर स्थित केंद्रीय अस्पताल में कर दिया गया। यहां एनेस्थेसिया एवं क्रिटिकल केयर विभाग में उन्होंने ज्वाइन किया। यहां आने के बाद इस विभाग को चुस्त-दुरूस्त करने और मरीजों के लिए प्रभावशाली बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। नतीजा यह हुआ कि सन् 2017 ई. में डाॅ सिंह को इस विभाग का एचओडी बनाया गया। इसके बाद तो श्री सिंह ने ‘‘ॅपददमतष्े कव दवज कव कपििमतमदज जीपदहए जीमल कव जीपदहे कपििमतमदजसल’’ की तर्ज पर कई ऐसे काम किए, जो मरीज हित में मिसाल बन गए।
कोरोना काल में फिर से साबित की अपनी उपयोगिताः
‘जब-जब भीड पड़े भक्तन पर तुमने ही दुख टारो’ की तरह काम करने वाले डाॅ सिंह ने कोरोना की पहली और दूसरी लहर में भी दुगुनी गति से काम किया। केन्द्रीय अस्पताल में अपने कर्तव्यों को निभाते हुए जिला प्रशासन का सहयोग किया और कोविड आइसीयू सी एच डी एवं कोविड आइसीयु पी एम सी एच तैयार कराने में अहम भूमिका निभाई। सेंट्रल हाॅस्पीटल में भी कोरोना मरीजों के लिए सुविधाएं बहाल कराने में भी अपनी प्रखरता दिखाई।
....इन्डियन सोसाइटी आफ एनेस्थिसियोलॉजीसटस का नेशनल कान्फ्रेंस ISACON 2024 पटना में आयोजित कराना इनके प्राथमीक कार्य में एक है।संगठन को नई ऊचाई एवं आयाम देना इनका मुख्य लक्ष्य है ।
Report By Pramod Paswan ( Local Editor, Jharkhand)
By Madhu Sinha
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