Vedanta - ESL ने अपने अस्तित्व के 3 सालों में किया शानदार प्रदर्शन।
ईएसएल 2018 में अस्तित्व में आने के बाद से उत्पादन, सीएसआर और एचएसई गतिविधियों में लगातार विकास दर्ज कर रही है और स्टील उद्योग में अपने आप को मजबूती से स्थापित कर चुकी है।
ईएसएल ने वित्तीय वर्ष 18-19 में स्टील के उत्पादन में 17 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की, महामारी के बावजूद वित्तीय वर्ष 20 में ईएसएल का सालाना स्टील उत्पादन 1.23 मिलियन टन रहा
समाज कल्याण प्रयासों के साथ ईएसएल 1 लाख से अधिक लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न कर चुकी है
300 एकड़ से अधिक ज़मीन में 1,00,000 पौधे लगाकर ग्रीनबेल्ट का विकास किया।
बोकारो, 10 अगस्त, 2021: वेदांता ग्रुप की कंपनी और प्रमुख राष्ट्रीय स्टील प्लेयर ईएसएल स्टील लिमिटेड जो 31 मार्च 2018 को अस्तित्व में आई, उत्पादन बढ़ाकर, सर्वोच्च गुणवत्ता के मानकों को बरक़रार रख तथा अपनी उत्पादन प्रक्रियायों में
आधुनिक तकनीकां के उपयोग द्वारा स्टील उद्योग में तेज़ी से बदलाव लाई है। कंपनी समुदाय एवं कर्मचारियों के स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं पर्यावरण गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए प्रभावी कॉर्पोरेट सामाजिक प्रक्रियाओं में सक्रिय है और राष्ट्र
विकास में योगदान दे रही हैपिछले सालों के दौरान परफोर्मेन्स वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान ईएसएल की स्टील उत्पादन क्षमता बढ़कर 1.2 मिलियन टन तक पहुंच गई, जो 17 फीसदी सालाना बढ़ोतरी थी, जबकि EBITDA रु 791 करोड़ रहा।
स्टील जगत की यह दिग्गज संचालनात्मक दक्षता हासिल कर ब्लास्ट फर्नेन्स 2 और 3 में कोक दर में क्रमशः 3 फीसदी और 7 फीसदी की कमी लाई है, साथ ही कंपनी ने कोयला मिश्रण और आयरन ओर ब्लेंडिंग के अनुकूलन को भी सुनिश्चित किया है, वित्तीय वर्ष 2018 में फिनिशिंग
मिल के उत्पादन में 95.9 फीसदी सुधार हुआ जो वित्तीय वर्ष 2019 में बढ़कर 96.7 फीसदी हो गया। हॉट मैटल के उत्पादन की बात करें तो वित्तीय वर्ष 19 के दौरान रन रेट 1.5एमटीपीए रही। ईएसएल ने अपने दूसरे साल में संचालन में
सुधार किया और रिकॉर्ड उत्पादन दर्ज किया। उत्पादन बढ़ने और संचालनात्मक दक्षता में सुधार लाने से कारोबार में रिकॉर्ड EBITDA मार्जिन दर्ज किया गया, वित्तीय वर्ष 18 में यह 53 डॉलर प्रति टन था जो वित्तीय वर्ष 19
की चौथी तिमाही में 112 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गया। 4 जून 2018 को ईएसएल के अधिग्रहण के परिणामस्वरूप वेदांता का EBITDA रु 791 करोड़ तक पहुंच गया। वित्तीय वर्ष 20 में महामारी के दौरान भी ईएसएल का सालाना स्टील उत्पादन
1.23 मिलियन टन रहा, इस दृष्टि से कंपनी ने 4 फीसदी सालाना बढ़ोतरी दर्ज की तथा प्रति टन 127 डॉलर के अच्छे मार्जिन के साथ EBITDA मार्जिन में 28 फीसदी उछाल दर्ज किया। कंपनी की उत्पादन लागत जो 457 डॉलर प्रति टन थी, वह 9 फीसदी कम होकर वित्तीय वर्ष 2020 में 418 डॉलर प्रति टन पर आ गई।
वर्तमान में बार-बार कोविड-19 लॉकडाउन के बावजूद मौजूदा वित्तीय वर्ष में सालाना स्टील उत्पादन 1.19 मिलियन टन पर पहुंच गया, जबकि EBITDA 131 डॉलर प्रति टन रहा। इसके अलावा ईएसएल ने अधिग्रहण के बाद इस साल के दौरान सबसे कम लागत दर्ज की,
जिससे मार्जिन पिछले साल की समान अवधि की तुलना में बढ़ा (95 डॉलर प्रति टन बनाम 78 डॉलर प्रति टन)। मौजूदा डिज़ाइन क्षमता के अनुसार कंपनी की उत्पादन क्षमता भी 1.2 एमटीपीए से बढ़कर 2.5 एमटीपीए तक पहुंच गई है।
इस अवसर पर एन.एल. व्हाट्टे, सीईओ, ईएसएल स्टील लिमिटेड ने कहा,‘‘मैं 90 के दशक से वेदांता के साथ जुड़ा हुआ हू और मैं ब्राण्ड के नैतिक मूल्यों को समझता हूं। यही कारण है कि मुझे 2021 की शुरूआत में ईएसएल के सीईओ का कार्यभार
सौंपा गया। मैं जानता था कि इसे नई उंचाईयों तक कैसे लेकर जाना है। यह देखकर अच्छा लगता है कि कैसे स्टील कॉर्पोरेट निरंतर प्रगति एवं विस्तार कर रहा है। मैं ईएसएल के सभी लीडरशिप की सराहना करना चाहता हूं।
जो हमारे लिए प्रेरणास्रोत रहे हैं और कर्मचारियों के साथ निरंतर संपर्क में रहे हैं। इसी वजह से कंपनी ने निरंतर विकास किया और कर्मचारियों को बेहतर परफोर्मेन्स के लिए प्रेरित किया है। एक लीडर होने के नाते,
मैं भी कंपनी की सफलता के लिए प्रतिबद्ध हूं और भविष्य में इसे भारत की अग्रणी स्थायी स्टील उत्पादक बनाने के लिए तत्पर हूं।’
समाज कल्याण के लिए प्रतिबद्ध
सीएसआर की बात करें तो स्टील जगत की यह दिग्गज हमेशा देश के विकास के लिए प्रयासरत रही है। समाज कल्याण के लिए विख्यात कॉर्पोरेट के रूप में ईएसएल ने शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, महिला सशक्तीकरण
जैसे विभिन्न क्षेत्रों में निरंतर अपना योगदान दिया है। कंपनी पहले से 1,00,000 से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित कर चुकी है और आने वाले समय में इस संख्या को दोगुना तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
पर्यावरण संरक्षण में योगदान
अंत में ईएसएल की स्वास्थ्य सुरक्षा एवं पर्यावरण पहलों के साथ कंपनी इस क्षेत्र में नए बेंचमार्क स्थापित करने के लिए प्रयासरत है। पर्यावरण और व्यर्थ प्रबन्धन को प्राथमिकता देते हुए ईएसएल ने फ्लाई ऐश की 100 फीसदी उपयोगिता, शून्य लिक्विड डिस्चार्ज एवं ई-व्यर्थ के सम्पूर्ण निपटान को सुनिश्चित किया है। इसने नागरिक विभाग द्वारा गांव की सड़कों के निर्माण के लिए एलडी स्लैग के भीतरी उपयोग को भी सुनिश्चित किया है। इसके अलावा कंपनी अब तक 300 एकड़ से अधिक ज़मीन में 100000 से अधिक पौधे लगाकर ग्रीनबेल्ट के विकास में भी योगदान दे चुकी है।
मुख्य क्षेत्र FY 19 FY 20
शिक्षा 4707 10335
महिला सशक्तीकरण 1,395 283
स्वास्थ्य सेवा 11,656 59,852
पेयजल और सेनिटेशन 16,067 44,358
कृषि एवं पशुपालन 290 179
कौशल 301 965
पर्यावरण 1,250
खेल एवं संस्कृति 5,245 2,573
सामुदायिक विकास 250
कोविड राहत 5,002
कुल 40,911 1,23,797
स्रोत- कंपनी
By Madhu Sinha





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