झूठे वादे करके सत्ता में आई झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपने तमाम वादों को भुला दिया।

 झूठे वादे करके सत्ता में आई झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपने तमाम वादों को भुला दिया।


न बेटियों को प्राथमिक से लेकर पीएचडी तक निशुल्क शिक्षा मिली न ही भूमिहीनों को भूखंड।


टीकाकरण के मुद्दे पर भी अपनी नाकामी को छुपाने के लिए राज्य सरकार केंद्र को दोषी बता रही-प्रतुल।


भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा की सत्ता में आने के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा ने झारखंड की जनता से झूठे वादे किए।सत्ता में आते ही इन वादों को भुला दिया।प्रतुल ने कहा की झामुमो ने कहा था की सत्ता मिलते ही वो अपने घोषणापत्र में किए गए वादों को *तुरंत* लागू करेंगे। मगर डेढ़ वर्ष बीत जाने के बावजद आज भी नियोजन नीति भी नहीं बनी जिससे लाखों युवा रोजगार से वंचित हैं।


हर पंचायत में 10 युवाओं को पंचायती राज योजना से जोड़कर स्वरोजगार देने का वादा किया गया था। हर गरीब परिवार को ₹72000 प्रति वर्ष, प्रति माह ₹2000 चूल्हा खर्च और सिंचाई हेतु मुफ्त बिजली देने का वादा किया था।इनका भी कुछ अता-पता नहीं है।


प्रतुल ने कहा की हर प्रखंड में नशा मुक्ति केंद्र खोलने और भूमिहीनों को मुफ्त भूखंड उपलब्ध कराने का भी वादा था।इसके अतिरिक्त सभी बेटियों को प्राथमिक से लेकर पीएचडी तक निशुल्क शिक्षा देने का भी वादा था।शहर में रहने वाले गरीबों को मुफ्त पेयजल देने का भी वादा था।संथाल परगना में गंगा नदी से पाइप लाइन बिछाकर जलापूर्ति करने की भी बात थी।इन पर भी कुछ कार्य नही हुआ


सत्ता में आते ही इनकी प्राथमिकताएं बदल गई और अब  इनके लिए अवैध व्यापार को संरक्षण देना और गेटिंग-सेटिंग ही प्राथमिकता बन गया है।तबादलों का रिकॉर्ड इन्होंने अपने नाम ज़रूर कर लिया है।जनहित में किए वादों को यह सरकार  पूरी तरीके से भूल गई है।


प्रतुल ने कहा कि टीकाकरण के मुद्दे पर भी राज्य सरकार ने अपनी भूमिका का ठीक निर्वहन नहीं किया।न ही समय पर केंद्र सरकार को अपनी जरूरत बताई नहीं सही आंकड़े उपलब्ध कराएं। जिसके कारण राज्य में वैक्सीन की किल्लत हो गई।अपनी गलती को छुपाने के लिए राज्य सरकार इसके लिए भी केंद्र को दोषी बता रही है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।


By Madhu Sinha

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