Gola : सोसोकलाँ पंचायत की मुखिया का हुआ देहावसान, सर्वत्र शोक की लहर। ◆नम आँखों से लोगों ने दी अपने मुखिया को अंतिम विदाई ◆शव यात्रा में हर कोई की आंखे छलक गई ◆अंतिम संस्कार में शामिल हुए गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ।

Gola : सोसोकलाँ पंचायत की मुखिया का हुआ देहावसान, सर्वत्र शोक की लहर।

◆नम आँखों से लोगों ने दी अपने मुखिया को अंतिम विदाई 

◆शव यात्रा में हर कोई की आंखे छलक गई

◆अंतिम संस्कार में शामिल हुए गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ।

गोला, रामगढ़, झारखंड ।

सोसोकलाँ पंचायत की मुखिया नीता देवी (45 वर्ष) का निधन बीती रात को हेमतपुर स्थित उनके आवास में हो गया। निधन की खबर के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। पीड़ित परिवार से मिलने के लिए  रात भर लोगों का आना जाना लगा रहा। अपने मुखिया को एक झलक पाने के लिए लोग बेताब दिखें। हेमतपुर आवास में अंतिम दर्शन के लिए शव को रखा गया था। बताया गया कि मुखिया नीता देवी करीब दस माह से गंभीर बीमारी से पीड़ित थी। उनका ईलाज क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (सीएमसी) वेल्लोर में चल रहा था। ठीक होने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी। लेकिन बीती रात को अचानक उनकी तबियत जायदा बिगड़ गई। वे अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गई है। 

◆शव यात्रा में प्रत्येक लोगों की आंखे छलक़ गई 

सोसोकलाँ मुखिया नीता देवी का शव दोपहर को उनके आवास से निकली। जैसे ही शव घर से निकली। लोग जगह जगह  सड़को में खड़ा होकर फूल बरसाए। हर किसी के आँखों में आँसू छलक रहा था। 

नीता देवी  ने अपने सरल स्वभाव और कड़ी मेहनत से लोगों के दिलों में जगह बना ली थी। यही कारण रहा कि उनके देहांत की सूचना के बाद सैकड़ो  परिवार के घरों में चूल्हा नहीं जल सका। छलकते आँसू के साथ लोगों ने कहा कि "ज़ब तक सूरज चाँद रहेगा, नीता देवी का नाम रहेगा"।

◆2022 में जीत कर बनी थी मुखिया 

नीता देवी वर्ष 2022 में सोसोकलाँ पंचायत से जीत कर मुखिया  बनी थीं। इसके बाद से ही उन्होंने इस पंचायत  क्षेत्र को अपना परिवार माना था। हर व्यक्ति के सुख-दुख में वह सबसे पहले खड़ी रहती थीं। विषम परिस्थितियों में आकर चुनाव लड़ने के बाद जीत मिलने पर नीता ने  सैकड़ो परिवारों से अपना गहरा नाता स्थापित कर दिया था। जिसके कारण नीता देवी  की लोकप्रियता काफी बड़ी हो गई थी। महिला तो महिला वृद्ध और युवा भी उन्हें अपना आदर्श मानते थे। यही कारण है कि जब उनके निधन की सूचना क्षेत्र में पहुंची तो उसे दिन सैकड़ो  परिवारों में चूल्हा नहीं जला। नीता देवी से पहले इनके पति बजरंग कुमार महथा मुखिया थे। 

◆क्षेत्र में काफ़ी लोकप्रिय है यह परिवार 

सोसोकलाँ मुखिया नीता देवी का परिवार इस क्षेत्र में काफ़ी लोकप्रिय है। इस परिवार को लोग काफ़ी सम्मान देते है। यहीं कारण है कि लम्बे समय से पंचायत का नेतृत्व करने का जिम्मा मिला। इसी परिवार से दिगंबर महथा थे जो इस क्षेत्र के लिए बड़ा चेहरा थे। एक समर्थक ने बताया कि इनके घर आने पर कोई निराश होकर नहीं लौटता है। 

◆देर शाम को पंचतत्व में विलिन हो गई नीता देवी 

हेमतपुर स्थित गोमती नदी में सोसोकलाँ मुखिया पंचतत्व में विलीन हो गई। घाट में दो मिनट का मौन धारण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

उनके पुत्र मंजीत कुमार ने मुखाग्नि दी। घाट में गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी, पूर्व विधायक सुनीता चौधरी, समाजसेवी पियूष चौधरी, कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी बजरंग महतो, अमित महतो, जिप सदस्य जलेश्वर महतो, सरस्वती देवी, मुखिया कुलदीप साव, सुरेश रजक, कुलेश्वर महतो, जाकिर अख्तर, सेवानिवृत्ति अंचल अधिकारी अनिल यादव, पंचायत समिति सदस्य बाल गोविंद महतो, रचिया महतो, कृषि मित्र सतीश महतो, अशोक महतो, गोबिंद मुंडा, राजेश महतो, लालटू चंद्र पोद्दार  संतोष महतो, निशि बक्सी, रजनीश आनंद, पूर्व मुखिया कामेश्वर महतो, तपन महथा  सहित हजारों लोग उपस्थित थे।



Report By Sujit Sinha (Gola, Ramgarh, Jharkhand)

By Madhu Sinha 

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