Ranchi : झारखंड के मत्स्य कृषकों की आर्थिक समृद्धि बढ़ाने की सराहनीय पहल, विश्व बैंक और एएफडी टीम ने किया लोहरदगा, गुमला व रांची जिले का दौरा । *पीएमएमकेएसवाई का लिया जायजा । *मत्स्य बीज उत्पादकों व मत्स्यपालकों का किया उत्साहवर्धन ।

Ranchi : झारखंड के मत्स्य कृषकों की आर्थिक समृद्धि बढ़ाने की सराहनीय पहल,

विश्व बैंक और एएफडी टीम ने  किया लोहरदगा, गुमला व रांची जिले का दौरा ।

*पीएमएमकेएसवाई का लिया जायजा ।

*मत्स्य बीज उत्पादकों व  मत्स्यपालकों का किया उत्साहवर्धन ।

रांची, झारखंड ।

विश्व बैंक और एजेंसी फ्रांसेस डी डेवलपमेंट (एएफडी) की पांच सदस्यीय टीम ने झारखंड राज्य के दौरे के क्रम में रविवार को लोहरदगा, गुमला तथा रांची जिले का भ्रमण किया। टीम में शामिल अधिकारियों ने इन जिलों में प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि योजना (पीएमएमकेएसवाई) की प्रगति का जायजा लिया। इस क्रम में मत्स्य किसानों की आर्थिक समृद्धि बढ़ाने पर बल दिया गया। 

 टीम द्वारा लोहरदगा जिले के झारोचट्टी गांव में बायोफ्लाॅक तालाब का भ्रमण किया गया। मौके पर लाभुक सीमा तिवारी सहित अन्य लाभुकों ने मत्स्य पालन के क्षेत्र में अपने अनुभवों को साझा किया। श्रीमती तिवारी द्वारा बताया गया कि अभी तक आठ टन पंगेशियस, तिलापिया एवं सिंघी मछली का उत्पादन इनके द्वारा किया गया है ।  इनके साथ 15-20 किसान प्रत्यक्ष तौर जुड़े हुए हैं। 

इसके बाद नारिकेल गांव बसिया (गुमला) के फिश फार्म का भी भ्रमण किया। जहां अधिकारियों ने समन्वित मछलीपालन, फीड मील की जानकारी ली। इसके साथ ही पिपरा टोली (रांची) में अलंकृत मछलीपालन का अवलोकन किया। पदाधिकारियों ने स्वयं सहायता समूह द्वारा मत्स्य पालन के इस बेहतरीन कार्य की सराहना की। वहां एक्वेरियम शाॅप को भी देखा।  साथ में मत्स्य किसान प्रशिक्षण केन्द्र, धुर्वा में मत्स्य कृषकों से वार्ता की। पीएमएमएसवाई परियोजनाओं के बारे में अपना अनुभव  साझा किया।

रांची जिला के प्रगतिशील किसान निषांत कुमार के आरएएस एवं बायेफ्लॉक टैंक में  वैज्ञानिक पद्धति से किए जा रहे मछली पालन का जायजा लिया।

 टीम में शामिल पदाधिकारियों ने मत्स्य किसान प्रषिक्षण केन्द्र में विभिन्न जिलों से आये हुए मत्स्य बीज उत्पादकों से भी वार्ता की एवं झारखंड राज्य में मत्स्य पालन के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की सराहना की। उनके द्वारा समिति का गठन करने, सरकार की योजनाओं से जुड़ने तथा नेशनल फिशरीज डिजिटल प्लेटफॉर्म (एनएफडीपी) पर पंजीकृत करने एवं योजनाओं का लाभ लेने की अपील की गई। पदाधिकारी ने बताया कि मछली का भी बीमा करा सकते हैं । जिसके लिये ओरिएंटल इंश्योरेंस तथा एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कॉरपोरेशन से मछलियों की बीमा करा सकते हैं। इसके लिये भारत सरकार द्वारा वन टाइम इंसेंटिव प्राप्त किया जा सकता है।

  इस दौरे में निदेशक मत्स्य डॉ.एचएन द्विवेदी के नेतृत्व में संयुक्त मत्स्य निदेशक अमरेन्द्र कुमार, उप मत्स्य निदेशक, शंभू कुमार यादव,उप मत्स्य निदेशक संजय गुप्ता, जिला मत्स्य पदाधिकारी, गुमला कुसुम लता, सहायक मत्स्य निदेशक श्रीमती गीतांजलि, मुख्य प्रशिक्षक, एफएफटीसी, रांची डॉ.प्रशांत कुमार दीपक  शामिल थे।

 वहीं, विश्व बैंक के वरिष्ठ मत्स्य उद्योग मानक विशेषज्ञ जूलियन मिलियन, मिस ऑर्फी सिलार्ड, निधि बत्रा, भारत सरकार से आई.ए सिद्दिकी और नेशनल फिशरीज डेवलपमेंट बोर्ड के प्रतिनिधि उपस्थित थे।



By Madhu Sinha 

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