Ranchi : झारखंड की आवाज अमेरिका में गूंजी *सूर्या सिंह ने बीजेएएनए गोल्डन जुबली कॉन्क्लेव में बढ़ाया देश व राज्य का मान, कहा - जाॅब सीकर नहीं, जाॅब क्रिएटर हैं झारखंडी*

 Ranchi  : झारखंड की आवाज अमेरिका में गूंजी

*सूर्या सिंह ने बीजेएएनए गोल्डन जुबली कॉन्क्लेव में बढ़ाया देश व राज्य का मान, कहा - जाॅब सीकर नहीं,  जाॅब क्रिएटर हैं झारखंडी*

रांची, झारखंड । 

झारखंड के पलामू जिले से आने वाले भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता सूर्या सिंह ने अमेरिका के न्यू ब्रंसविक, न्यू जर्सी में आयोजित   बिहार-झारखंड एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (बीजेएएनए)  के गोल्डन जुबली एवं ग्लोबल कॉन्क्लेव-2025 में भारत का प्रतिनिधित्व कर राज्य और देश का नाम गौरव से ऊंचा किया।

हयात रीजेंसी होटल में हुए इस ऐतिहासिक आयोजन में सूर्या सिंह विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित थे। उन्होंने अपने ओजस्वी भाषण से न सिर्फ प्रवासी भारतीयों का दिल जीता, बल्कि झारखंड की सांस्कृतिक जड़ों, सामाजिक चेतना और युवा शक्ति की बुलंद तस्वीर भी पेश की।

सूर्या सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि हम झारखंड के लोग जॉब सीकर नहीं, जॉब क्रिएटर हैं। हमारे युवाओं में सिर्फ हुनर ही नहीं, दुनिया को बदलने की हिम्मत है। उन्होंने उदाहरण के तौर पर झारखंड के ही युवा वैज्ञानिक रोहित का ज़िक्र किया, जिन्होंने ‘एलेक्सा’ जैसी अत्याधुनिक तकनीक को विकसित करने में अमेज़न के साथ काम किया और वैश्विक मंचों पर झारखंड की पहचान स्थापित की।

बीजेएएनए की सराहना करते हुए सूर्या सिंह ने इसे “एक ऐसा वृक्ष बताया जिसकी जड़ें अनुभव में हैं और जिसकी शाखाएं नवाचार की ओर फैली हुई हैं।

उन्होंने भावुक अपील करते हुए कहा कि बीजेएएनए का हर सदस्य भारत में किसी ऐसे व्यक्ति से जुड़ा होना चाहिए जिस पर संकट की घड़ी में भरोसा किया जा सके। उन्होंने इसे असली ग्लोबल नेटवर्क की परिभाषा बताया।

उन्होंने कहा कि अगर हम इस 50 वर्षों की विरासत को अगले 50 वर्षों के लिए कोई ठोस दिशा नहीं देते, तो यह सम्मेलन सिर्फ एक इवेंट बनकर रह जाएगा। “हमारे बच्चे तभी जुड़ेंगे जब उन्हें महसूस होगा कि उनके पूर्वजों ने इस विरासत को खून-पसीने से खड़ा किया है। यही संगठन हमारी पहचान है, यही हमारी संस्कृति की नींव है।

इस आयोजन के माध्यम से बीजेएएनए ने प्रवासी भारतीयों को अपनी जड़ों से जोड़ने, नई पीढ़ी को प्रेरित करने और बिहार-झारखंड की सांस्कृतिक समृद्धि को विश्वपटल पर प्रस्तुत करने में एक बार फिर अपना अद्वितीय योगदान दिया है।




By Madhu Sinha 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ