RANCHI,JHARKHAND#मत्स्य पालन में वैज्ञानिक पद्धति अपना कर उत्पादन बढ़ाएं, समृद्धि लाएं : राजीव कुमार.!
*मत्स्य विभाग ने मनाया राष्ट्रीय मत्स्य कृषक दिवस*
रांची, झारखंड।झारखंड सरकार के कृषि, पशुपालन व सहकारिता विभाग (मत्स्य प्रभाग) की ओर से शालीमार, धुर्वा स्थित मत्स्य किसान प्रशिक्षण केन्द्र में बुधवार को राष्ट्रीय मत्स्य कृषक दिवस मनाया गया।
गौरतलब है कि वर्ष 1957 में प्रख्यात मत्स्य वैज्ञानिक डॉ.हीरालाल चौधरी को मछलियों को हॉर्मोन का सुई देकर प्रेरित प्रजनन कराने में पहली बार सफलता मिली थी। इस उपलब्धि के उपलक्ष्य में भारत सरकार के निदेश पर सभी राज्य एवं केन्द्र सरकार के मत्स्य विभागों में तथा मत्स्य संस्थानों में विशेष रूप से "राष्ट्रीय मत्स्य कृषक दिवस' का आयोजन किया जाता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजीव कुमार, पूर्व मत्स्य निदेशक (भाप्रसे) ने कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए उन्होंने सभी उपस्थित मत्स्य कृषकों एवं अधिकारियों से आह्वान किया कि डॉ.हीरालाल चौधरी से प्रेरणा लेते हुए मत्स्य उत्पादन में झारखंड को आत्मनिर्भर बनाने के लक्ष्य को हासिल करें।उन्होंने कहा कि मत्स्य पालन में वैज्ञानिक पद्धति अपनाकर मत्स्य पालन करें एवं मछली उत्पादन के रिकार्ड स्तर तक पहुंचने का प्रयास करें।
उन्होंने बताया कि सूखे की स्थिति में बड़े-बड़े जलाशयों में नई तकनीक (केज कल्चर) के माध्यम से मत्स्य उत्पादन अधिक से अधिक करने की योजना सफलीभूत हुई है।उन्होंने बताया कि झारखंड गठन के बाद राज्य का मछली उत्पादन 14000 मिट्रीक टन से बढ़कर मत्स्य कृषकों के प्रयास से वित्तीय वर्ष-2023-24 में 3,10,000 मिट्रीक टन हो गया है। इसका श्रेय राज्य के मत्स्य कृषकों, मत्स्य मित्रों, मत्स्य बीज उत्पादकों, विभाग के तकनीकी पदाधिकारियों, कर्मचारियों एवं सरकार की योजनाओं को जाता है। उन्होंने बताया कि कृषकों के सुझाव पर विभाग के द्वारा मछली उत्पादन से लेकर मछली बिक्री तक की योजनाएं संचालित की जा रही है। जिससे मछली उत्पादन के साथ-साथ मत्स्य विक्रेताओं को भी सीधे लाभ मिल रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य को मछली उत्पादन में आत्मनिर्भर एवं मछली पालन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के साधन को सृजित करने के लिये विभाग कृत संकल्प है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता शंभु प्रसाद यादव, उप मत्स्य निदेशक (जलाशय) द्वारा की गई।
इस अवसर पर मत्स्य बीज उत्पादन एवं मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए जितेन्द्र मुंडा, ग्राम-महेशपुर, रंजीत मुंडा, ग्राम - महेशपुर, गोयन्दी उराईन, ग्राम - हरिहरपुर जामटोली, एवं किरण मिंज, खलारी को सम्मानित किया गया।वहीं, प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना अंतर्गत रांची जिला के पांच लाभुकों को केज कल्चर के लिए कुल 64,80,000 की परिसंपत्तियों का वितरण किया गया। मोटरसाइकिल विथ आइसबॉक्स के दो लाभुकों को 60 हजार तथा तीन मत्स्य बीज उत्पादकों को मत्स्य स्पॉन का वितरण किया गया।
इस अवसर पर आशीष कुमार, पूर्व उप मत्स्य निदेशक, मुख्य अनुदेशक, प्रशांत कुमार दीपक, सीमा कुमारी कुजूर, मुख्य अनुदेशक, तथा विभाग के अन्य पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन प्रशांत कुमार दीपक, (मुख्य अनुदेशक) द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
By Madhu Sinha
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