RANCHI,JHARKHAND#*मारवाड़ी महाविद्यालय रांची में श्रीनिवास पानुरी जयंती सह खोरठा दिवस का भव्य एवं रंगारग आयोजन*

RANCHI,JHARKHAND#*मारवाड़ी महाविद्यालय रांची में श्रीनिवास पानुरी जयंती सह खोरठा दिवस का भव्य एवं रंगारग आयोजन* 

आज दिनांक 25 दिसंबर 2023 को मारवाड़ी महाविद्यालय , रांची के  क्षेत्रीय एवं जनजातीय भाषा विभाग के द्वारा खोरठा दिवस सह खोरठा के भीष्म पितामह श्रीनिवास पानुरी जयंती समारोह पूर्वक मनाया गया।

                कार्यक्रम के  व्यवस्थापन में डॉ अवध बिहारी महतो तथा संचालन डॉ अमित कुमार ने मुख्य भूमिका निभाई।

              इससे पूर्व विभाग द्वारा कार्यक्रम के अतिथियों को पारंपरिक वाद्य यंत्रों,खोरठा लोकगीतों एवं अंगवस्त्र द्वारा सम्मानित किया गया। तत्पश्चात सभी गणमान्य ने श्रीनिवास पानुरी के तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। 

         कार्यक्रम को मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्रोफेसर इंचार्ज डॉ. आर आर शर्मा विशिष्ट अतिथियों में डी.एस.डब्ल्यू. डॉ. तरुण चक्रवर्ती, परीक्षा नियंत्रक डॉ. बैद्यनाथ कुमार, पूर्व डी एस डब्ल्यू डॉ. वृंदावन महतो, जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. महामनी कुमारी, महाविद्यालय के एन.एस.एस. कार्यक्रम पदाधिकारी प्रोफेसर जय प्रकाश रजक , संस्कृत के सहायक प्राध्यापक डॉ। राहुल कुमार एवं खोरठा के सहायक प्राध्यापक डॉ अवध बिहारी महतो ने संबोधित किया । अपने संबोधन में मुख्य अतिथि प्रो. इचार्ज डॉ. आर.आर. शर्मा ने कहा कि  सभी को अपनी मातृभाषा का प्रयोग करना चाहिए । आज जिनकी जयंती के अवसर पर खोरठा दिवस मनाया जा रहा है । उनका खोरठा जगत ऋणी है । उनके खोरठा भाषा के योगदान के कारण ही आज उनके जन्मदिन पर "खोरठा दिवस" मनाया जा रहा है । आज जो कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है यह मारवाड़ी महाविद्यालय के इतिहास में मेरे जानकारी के अनुसार हमारे महाविद्यालय में पहली बार जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग(खोरठा) के डॉ. अवध बिहारी महतो के सफल प्रयास से संभव हो सका है । उनको महाविद्यालय परिवार की ओर से हार्दिक बधाई । इसी प्रकार भाषा और संस्कृति के प्रति कार्य करते रहें यही हमारी शुभकामना है ।


 अन्य सभी वक्ताओं ने अपने-अपने संबोधन में खोरठा भाषा साहित्य के उत्थान में पानुरी जी के योगदान पर प्रकाश डाला । सभी ने खोरठा भाषा के विभिन्न प्रकार, इसके वृहत क्षेत्र, और करोड़ों की संख्या में इसके बोलने वालों के बारे में बताया। साथ ही अपने मां, मातृभूमि और मातृभाषा के बेहतरी के लिए सदैव प्रयत्नशील रहने का संकल्प लिया ।

इस कार्यक्रम का मुख्य थीम "जय माय, माटी और मातृभाषा" थी । इस अवसर इससे संबंधित एक गीत खोरठा के सहायक प्राध्यापक डॉ. अवध बिहारी महतो द्वारा प्रस्तुत किया गया ।

              कार्यक्रम के अंत में पानुरी जयंती के उपलक्ष्य में केक काटा गया, सभी उपस्थित लोगों के लिए अल्पाहार की भी व्यवस्था की गई थी। कार्यक्रम संचालक डॉ अमित कुमार ने आज छुट्टी के दिन भी इस आयोजन में अपना मुल्यवान समय देने के लिए सभी को हार्दिक धन्यवाद दिया।

                     कार्यक्रम को सफल बनाने में जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग के छात्र-छात्राओं एवं एनसीसी कैडेट्स ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनमें नैतिक, विशाल,सोनी, पंकज, रीमा, नीतु, रौशन लाल, प्रवीण, रवि,अनुज, राजकुमार आदि  प्रमुख थे।


By Madhu Sinha 

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