RANCHI,JHARKHAND#*डी.ए.भी. स्कूलों-कालेजों में आदिवासी सरहूल त्यौहार में छुट्टी देने की मांग की गई---आदिवासी संघर्ष मोर्चा।*
आदिवासी झारखंड प्रदेश में राज्य सरकार के द्वारा सरहूल त्यौहार में सरकारी छुट्टी की घोषणा के बावजूद कोयलांचल सहित झारखंड के डी.ए.भी. स्कूलों- कालेजों में छुट्टी नहीं देने से आदिवासीयों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने वाले संस्थाओं से उपायुक्त महोदया रामगढ़ एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी को एक लिखित आवेदन देकर एक प्रतिनिधिमंडल आदिवासी संघर्ष मोर्चा के झारखंड प्रदेश संयोजक-जगरनाथ उरांव, राष्ट्रीय संयोजक-देवकी नंदन बेदिया, महादेव मांझी, शिवशंकर उरांव और भाकपा माले के जिला सचिव-भुनेश्वर बेदिया,हीरा गोप ने वार्तालाप कर कुजू सहित कोयलांचल क्षेत्र में अवस्थित डी.ए.भी.स्कूल-कालेजों में आदिवासी मुख्य त्यौहार सरहूल पर्व में अवकाश देने की मांग की गई है जिसमें जिला शिक्षा पदाधिकारी महोदया ने कहा कि सरकारी स्कूल-कालेजों में जब छुट्टी है तो प्राइवेट डीएभी स्कूल- कालेजों में छुट्टी देने का निर्देश दिये जाने का आश्वासन दी है।ज्ञात हो कि डीएभी स्कूल-कालेजों में सभी सम्प्रदाय जैन, बौद्ध, हिंदू, मुस्लिम, क्रिश्चियन धर्म पर्व-त्यौहारों में छुट्टीयां दी जाती है वहीं पर आदिवासी नामक झारखंड प्रदेश में आदिवासीयों की मूल पर्व -त्यौहार जैसे -सरहूल,करमा,सोहराय पर्व और आदिवासी महापुरुषों, जैसे -तिलका मांझी, सिद्धू-कान्हू,चांद -भैरव, फूलों -झानों,निलाबंर -पीताबंर,बिरसा मुंडा जयंत व शहादत दिवस,विश्व आदिवासी दिवस पर कोई छुट्टी नहीं देना आदिवासीयों की भावनाओं पर आहत पहुंचाने के खिलाफ आदिवासी संघर्ष मोर्चा सभी डीएभी शिक्षण संस्थाओं से लेकर सड़कों में व्यापक आंदोलन चलाएगी जिसकी जिम्मेवारी जिला प्रशासन व सरकार के ऊपर होगी।
By Madhu Sinha
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