RAMGARH : सांसद मनीष जायसवाल बड़कागाँव विधायक के साथ किया पीवीयूएनएल यूनिट-1 का दौरा ◆रघुवर दास का स्वप्न, पीएम मोदी के सहयोग से हुआ साकार, पीवीयूएनएल यूनिट-1 से झारखंड को मिलेगी 85% बिजली : सांसद मनीष जायसवाल।

RAMGARH : सांसद मनीष जायसवाल बड़कागाँव विधायक के साथ किया पीवीयूएनएल यूनिट-1 का दौरा

◆रघुवर दास का स्वप्न, पीएम मोदी के सहयोग से हुआ साकार, पीवीयूएनएल यूनिट-1 से झारखंड को मिलेगी 85% बिजली : सांसद मनीष जायसवाल। 

रामगढ़, झारखंड  । 

हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने सोमवार को रामगढ़ स्थित शिवम इन होटल में एक प्रेस-वार्ता को संबोधित करते हुए पतरातू विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (पीवीयूएनएल) की यूनिट नंबर-1 के सफल वाणिज्यिक संचालन को झारखंड के लिए एक ऐतिहासिक और सुखद संदेश बताया। सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि इतिहास में जाएँ तो यह प्लांट बिहार स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड द्वारा स्थापित किया गया था, लेकिन झारखंड अलग होने के बाद पुरानी तकनीक और कम क्षमता (700-750 मेगावाट की जगह 100-150 मेगावाट उत्पादन) के कारण यह अत्यधिक महंगा और अक्षम हो गया था। लेकिन पीवीयूएनएल की स्थापना तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के दूरदर्शी सोच का परिणाम है। उनके प्रयासों से 15 अक्टूबर 2015 को एनटीपीसी के साथ एक संयुक्त उद्यम  कंपनी पीवीयूएनएल का गठन हुआ, जिसमें झारखंड सरकार की 26% और एनटीपीसी की 74% हिस्सेदारी है। झारखंड सरकार ने जमीन दी, जबकि एनटीपीसी ने करीब ₹20,000 करोड़ का निवेश किया। सांसद मनीष जायसवाल ने सबसे महत्वपूर्ण बिंदु पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह रघुवर दास की ही शर्त थी कि इस प्लांट से उत्पादित बिजली का 85% हिस्सा झारखंड राज्य को मिलेगा, जबकि मात्र 15% ही राज्य के बाहर भेजा जाएगा। जबकि अमूमन अन्य पावर प्लांटों में स्थानीय राज्य को केवल 25% बिजली मिलती है। लेकिन इस शर्त के कारण, झारखंड राज्य को लगभग 700 मेगावाट अतिरिक्त बिजली मिलेगी, जिससे पावर कट से मुक्ति मिलेगी और सरकार को न्यूनतम कॉस्ट पर बिजली उपलब्ध हो पाएगी।

सांसद मनीष जायसवाल ने बताया कि पीवीयूएनएल का यह प्लांट पूरे हिंदुस्तान में बनी सबसे रीसेंट टेक्नोलॉजी से युक्त है। इसमें कम पानी का उपयोग होगा और यह एक ड्राई ऐश पावर प्लांट है, जिससे पानी की बचत के साथ-साथ प्रदूषण मुक्त बिजली उत्पादन सुनिश्चित होगा। उन्होंने कहा कि इस योजना का बहुमुखी फायदा है। अगले साल दिसंबर तक इसके सभी यूनिटें चालू हो जाएंगी, जिसके बाद यह प्लांट पूरी तरह कार्य करने पर देश को 4000 मेगावाट बिजली समर्पित करेगा।

सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि इस परियोजना की सफलता में केवल दो लोगों का योगदान है। जिसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास जिन्होंने इस नए प्लांट का सपना देखा और इसका खाका तैयार किया। दूसरा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिनके सहयोग से यह योजना धरातल पर उतरी।

सांसद मनीष जायसवाल ने गर्व से कहा कि उन्होंने भी बतौर झारखंड विधानसभा सदस्य के रूप में इस परियोजना को झारखंड में लागू करने के पक्ष में अपना मत दिया था। सांसद मनीष जायसवाल ने यह भी कहा कि जब यह योजना मूर्त रूप ले रही है तो कई लोग श्रेय लेने की कोशिश करेंगे लेकिन इस योजना का संपूर्ण  झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि बतौर हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद उन्होंने इस परियोजना से जुडी जमीन अधिग्रहण, कोल माइंस से जुड़ी समस्याएं, रेलवे लाइन की समस्या सहित अन्य समस्याओं पर अपने स्तर से व तक प्रयास किया। उन्होंने यह भी कहा कि इस परियोजना से झारखंड राज्य को बिजली के क्षेत्र में बड़ा फायदा होगा और पतरातू क्षेत्र के सर्वांगीण विकास में यह परियोजना हितकर साबित होगा ।

मौके पर विशेषरूप से रामगढ़ भाजपा जिला प्रवीन मेहता, हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद प्रतिनिधि सत्येंद्र नारायण सिंह, रामगढ़ जिला सांसद प्रतिनिधि राजीव जायसवाल, भाजपा नेता प्रो. संजय सिंह, भाजपा जिला महामंत्री विजय जायसवाल, जिला उपाध्यक्ष राजेन्द्र कुशवाहा, जिला उपाध्यक्ष महेंद्र प्रजापति, छोटन सिंह, राजीव पामदत, बिनोद राम, रामगढ़ विधानसभा सांसद सांसद प्रतिनिधि धनंजय कुमार पुटुस, संजय शाह, प्रवीन सोनू, उमेश प्रसाद, सत्यजीत सिंह, बृजेश पाठक, अनिल मिश्रा, खोखा सिंह, शिव कुमार, मुकेश साहू, रंजन चौधरी सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद है।





Report By Sujit Sinha (Ramgarh, Jharkhand) 

By Madhu Sinha

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