RANCHI : "रांची(धुर्वा)के आदित्य ने दी जन्मदिन मनाने की नई सोच — खुशी बाँटी उन आँखों के साथ जो दुनिया नहीं देख सकतीं"
रांची, झारखंड।
रांची के युवा आदित्य ने 4 अक्टूबर को अपने जन्मदिन को एक नई और प्रेरणादायक दिशा दी। जहाँ आज की युवा पीढ़ी जन्मदिन को रेस्टोरेंट, पार्टी या सोशल मीडिया पोस्ट के साथ मनाती है, वहीं आदित्य ने यह दिन बिताया सेंट माइकल्स स्कूल फॉर द ब्लाइंड के विद्यार्थियों और वहाँ रह रहे वृद्ध नेत्रहीन लोगों के साथ।
आदित्य ने उनके साथ समय बिताया, गीत-संगीत, हँसी और स्नेह साझा किया। इस अनोखे जश्न के दौरान उन्होंने भावनापूर्ण शब्दों में कहा —
"मैंने अपना जन्मदिन सबसे प्रेरणादायक आत्माओं के साथ मनाया। उन्होंने मुझे सिखाया कि खुशी देखने से नहीं, महसूस करने से मिलती है। आज मैंने दुनिया को उनकी आँखों से नहीं, बल्कि उनके दिलों से देखा — जहाँ सिर्फ प्रेम, प्रतिभा और कृतज्ञता बसी है। यह जन्मदिन मेरे जीवन का सबसे सुंदर अनुभव रहा, जिसने मुझे सच्चे सुख का अर्थ सिखाया।"
आदित्य का यह कदम न सिर्फ मानवता का संदेश देता है, बल्कि आज की पीढ़ी को यह भी सिखाता है कि सच्ची खुशी दूसरों के चेहरों पर मुस्कान लाने में है।
उनकी इस पहल ने समाज को एक नई दिशा दी है — जहाँ हर जन्मदिन सिर्फ “अपनी खुशी” का नहीं, बल्कि खुशियाँ बाँटने का पर्व बन सकता है ।
By Madhu Sinha

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