GODDA,JHARKHAND#मात्स्यिकी विकास की संभावनाओं पर कार्यशाला आयोजित *मत्स्य कृषकों को योजनाओं के संचालन हेतु स्वीकृति पत्र वितरित *योजनाओं का लाभ उठाएं, मछली उत्पादन में झारखंड को आत्मनिर्भर बनाएं:- एहतेशामुल हक..!!

 GODDA,JHARKHAND#मात्स्यिकी विकास की संभावनाओं पर कार्यशाला आयोजित 

*मत्स्य कृषकों को योजनाओं के संचालन हेतु स्वीकृति पत्र वितरित 

*योजनाओं का लाभ उठाएं, मछली उत्पादन में झारखंड को आत्मनिर्भर बनाएं:- एहतेशामुल हक..!!

गोड्डा, झारखंड ।‌

 गोड्डा जिले के बढ़ौना स्थित जिला संयुक्त कृषि भवन के आत्मा सभागार में मात्स्यिकी विकास की संभावनाओं पर एक दिवसीय मत्स्य कार्यशाला का आयोजन किया गया

 जिसमें जिले के 200 से अधिक महिला व पुरुष मत्स्य कृषक शामिल हुए। कार्यशाला में मो. एहतेशामुल हक, सदस्य, जिला परिषद, गोड्डा ने सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने की अपील करते हुए कहा कि योजनाओं को सही ढंग से कार्यान्वित कर मछली उत्पादन में झारखंड को आत्मनिर्भर बनाएं। 


 इस अवसर पर जिला मत्स्य पदाधिकारी, गोड्डा, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी के प्रतिनिधि, कार्यक्रम समन्वयक, कृषि विज्ञान केन्द्र, अग्रणी बैंक प्रबंधक, गोड्डा, जिला प्रबंधक सीएससी, गोड्डा  ने भाग लिया। उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा अपने-अपने विभाग से संबंधित योजनाओं की जानकारी मत्स्य कृषकों को दी गई। साथ ही मत्स्य विकास की संभावनाओं पर विचार व्यक्त किया गया।

मत्स्य किसान प्रशिक्षण केन्द्र,शालीमार, धुर्वा,रांची की ओर से कार्यशाला में भाग लेने वाले मत्स्यकृषकों का निबंधन किया गया। जिला प्रबंधक, सीएससी, गोड्डा द्वारा भारत सरकार के पोर्टल "नेशनल फिशरीज डिजिटल प्लेटफॉर्म" पर मत्स्य पालकों एवं मत्स्य व्यवसाय से जुड़े लोगों का ऑनलाईन निबंधन किया गया। मत्स्य विभाग की ओर से वेद व्यास आवास निर्माण, मछली सह बत्तख पालन एवं महाझींगा पालन आदि योजनाओं के संचालन हेतु चयनित लाभुकों को स्वीकृति पत्र का वितरण किया गया। उक्त जानकारी नंदन झा ने दी।



By Madhu Sinha 

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