RANCHI,JHARKHAND#डीजीपी अनुराग गुप्ता का अधिकारियों को निर्देश, कार्यशैली सुधारे रांची पुलिस.!!

RANCHI,JHARKHAND#डीजीपी अनुराग गुप्ता का अधिकारियों को निर्देश, कार्यशैली सुधारे रांची पुलिस.!!

राँची जिले में कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण को और प्रभावी बनाने के लिए आज वरीय पुलिस अधीक्षक कार्यालय, राँची के सभागार में एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का नेतृत्व झारखंड राज्य के महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक श्री अनुराग गुप्ता, भा०पु०से० ने किया। इस अवसर पर दक्षिणी छोटानागपुर प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक, वरीय पुलिस अधीक्षक, राँची, पुलिस अधीक्षक (नगर), पुलिस अधीक्षक (यातायात), पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण), जिले के सभी वरीय पुलिस पदाधिकारी, थाना प्रभारी और यातायात पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

वरीय पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुँचने पर महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।इसके पश्चात् विशेष शाखा के पुलिस सब-इंस्पेक्टर अनुपम कच्छप की बीती रात हुई दुखद हत्या पर शोक प्रकट करते हुए, उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।

महानिदेशक ने सभी पुलिस कर्मियों को सख्त निर्देश दिए कि वे अपने-अपने पुलिस प्रतिष्ठानों में हमेशा वर्दी के साथ नेम प्लेट पहनें। उन्होंने जोर देकर कहा कि पुलिस प्रतिष्ठानों में आने वाले सभी आगंतुकों के साथ अच्छा व्यवहार करना और उनकी समस्याओं को सुनकर उनके समाधान के लिए त्वरित और विधिसम्मत कार्रवाई करना प्रत्येक पुलिस कर्मी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि नागरिकों के प्रति पुलिस के व्यवहार में संवेदनशीलता और सहानुभूति का होना बेहद जरूरी है।

   पुलिस महानिदेशक महोदय ने कहा कि किसी को भी वर्दी की नौकरी मिलना एक वरदान के समान है और सभी पुलिस पदाधिकारी इस वरदान का  सदुपयोग आम जनता की भलाई के लिए करें।

महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए,सभी परिवहन स्थलों, जैसे कि बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर पर्याप्त लाइटिंग और सीसीटीवी कैमरों की समय-समय पर जांच और निगरानी का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा के प्रति पुलिस कर्मियों को अधिक संवेदनशील और सतर्क रहना होगा। महिला उत्पीड़न और अपराधों के मामलों में त्वरित कारवाई को उच्च प्राथमिकता देने का निर्देश दिया।

अपराध नियंत्रण को प्रभावी बनाने के लिए डीजीपी ने सभी थानों को निम्नलिखित निर्देश दिए:

1. **पूर्व अपराधियों की सूची तैयार करना:** सभी थानों को पुराने अपराधियों की एक विस्तृत सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया है, ताकि उन पर लगातार नजर रखी जा सके।

वरीय पुलिस अधीक्षक को जिला के सभी अपराधियों की समेकित सूची बनाने का निर्देश दिया।

2. **आसूचना संकलन:** अपराधियों की गतिविधियों पर लगातार आसूचना संकलन करने और उनकी संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने का निर्देश दिया गया।

3. **प्रत्येक दिन वारंटियों की गिरफ्तारी हेतु छापेमारी:** महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक ने विशेष निर्देश दिया कि अपराध नियंत्रण के लिए प्रत्येक दिन वारंटियों की गिरफ्तारी हेतु विशेष अभियान के तहत(समकालीन)छापेमारी की जाए। सभी थाना प्रभारियों को आदेश दिया गया कि वे वारंटी व अपराधियों पर नकेल कसने हेतु जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करें।

4. **संपतिमूलक और संगठित अपराध पर रोकथाम:** विशेष रूप से सम्पतिमूलक, संगठित अपराध और नारकोटिक्स के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के लिए सभी पुलिस कर्मियों को निर्देशित किया गया।

मादक पदार्थों के वितरण और खरीद-बिक्री पर पूर्ण रोकथाम के लिए जीरो टोलरेंस नीति को अपनाने का संकल्प लिया गया है। पुलिस को निर्देश दिया गया है कि वे मादक पदार्थों के उत्पादन, परिवहन, भंडारण, और बिक्री में शामिल लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करें। साथ ही गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान के निर्देश दिये। इसके लिए:

- **आसूचना संकलन:** मादक पदार्थों के व्यापार से जुड़े अपराधियों की जानकारी इकट्ठा करने और उनका नेटवर्क ध्वस्त करने की रणनीति तैयार की गई है।

- **मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी:** मादक पदार्थ व्यापार में शामिल मुख्य आरोपियों (Kingpins) की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए विशेष टीमें गठित की जाएंगी। 

- **Backward & Forward Linkage:** मादक पदार्थ के व्यापार से जुड़े लोगों के नेटवर्क का पता लगाकर उनके खिलाफ कठोरतम कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

- साथ ही बड़ी मात्रा में जप्त मादक पदार्थों के कांडों में गिरोह के सरगना तक पहुंचने का निर्देश दिया

 *भूमि विवाद और भू-माफिया पर कार्रवाई* 

भू-माफिया, ज़मीन दलालों को चिन्हित कर भूमि विवाद से जुड़े मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाने के लिए विशेष निर्देश दिए गए।

    महानिदेशक महोदय ने कहा कि यदि एक भी असली भूमि माफिया सूची से गायब मिला तो संबंधित थाना प्रभारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी

- **लंबित कांडों की समीक्षा:** भूमि विवाद से संबंधित लंबित मामलों की समीक्षा की जाएगी और भू-माफियाओं को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।**

- सभी अपराधियों के विरुद्ध सर्विलांस प्रोसिडिंग खोलने का निर्देश दिया.!

शहर में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए डीजीपी ने निम्नलिखित निर्देश दिए:

-**यातायात पुलिस की तैनाती:** प्रत्येक रोड, चौक, और चौराहों पर यातायात पुलिस की नियमित तैनाती सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए विशेष टीमों को तैनात किया जाएगा जो ट्रैफिक की निगरानी करेंगी।

- **ट्रैफिक कंट्रोल में स्लाइडर्स/ बैरियर का उपयोग:** यातायात को सुचारू रूप से चलाने के लिए डिवाइडर्स का सही तरीके से उपयोग किया जाएगा। सभी सड़कों पर ट्रैफिक संकेतकों की उचित व्यवस्था की जाएगी और ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन करवाया जाएगा।

- **अभियान:** विशेष अभियान चलाकर बिना हेलमेट, ओवरस्पीडिंग, और गलत पार्किंग जैसे यातायात नियमों के उल्लंघन पर अंकुश लगाया जाएगा।

- *जिले में अधिकाधिक स्थानों *यथा पेट्रोल पंप मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स , अपार्टमेंट ,बैंक, व्यवसायिक प्रतिष्ठान, बस स्टैंड , रेलवे स्टेशन आदि पब्लिक प्लेसेज पर सघन प्रयास कर सीसीटीवी लगाने का भी निर्देश दिया गया ।* 

इस अवसर पर डीजीपी ने जनता से अपील की कि वे पुलिस को सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। उन्होंने कहा कि पुलिस और जनता के बीच संवाद और सहयोग अपराध नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

बैठक के अंत में श्री अनुराग गुप्ता ने जिले सभी पुलिस उपाधीक्षकों और थाना प्रभारियों को एक टीम के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से निभाने और कानून व्यवस्था बनाए रखने में सक्रिय भूमिका निभाने का आदेश दिया। उन्होंने विश्वास जताया कि ये उपाय राँची जिले में अपराध नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने में सहायक सिद्ध होंगे। यह बैठक अपराध नियंत्रण एवं पुलिस कार्यक्षमता को सुधारने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।



By Madhu Sinha 

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