RANCHI,JHARKHAND#*अनेकता में एकता भारत की विशेषता*
*रांची हो या गुवाहाटी अपना देश अपनी माटी* – *राकेश दास राष्ट्रीय मंत्री अभाविप*
आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद रांची द्वारा अंतर राज्य छात्र जीवन दर्शन 2023 स्टूडेंट एक्सपीरियंस इन इंटरस्टेट लिविंग सील कार्यक्रम जो कि 1966 से हो रहा है उसी के क्रम में पूर्वोत्तर भारत से आए हुए छात्र-छात्राओं का नागरिक अभिनंदन समारोह रांची के स्थानीय आर्यभट्ट सभागार रांची विश्वविद्यालय के प्रांगण में किया गया।
नागरिक अभिनंदन समारोह कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन विद्या की देवी मां सरस्वती एवं युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर मुख्य अतिथि केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति के.वी दास , अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री राकेश दास , स्मृति सिंह , अंतर राज्य छात्र जीवन दर्शन स्वागत समिति के अध्यक्ष रश्मि सिंह ,स्वागत मंत्री सुमन कुमार, प्रदेश मंत्री सोमनाथ भगत, सील कोऑर्डिनेटर अकाश सतपुते, मौसम कोयनाक,दोरजी नोरबो ने माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया..
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. के.वी दास ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत से आए हुए सभी प्रतिनिधियों का झारखंड की धरती पर स्वागत है साथ ही उन्होंने रांची हो या गुवाहाटी अपना देश अपनी माटी का भाव रखते हुए एक भारत श्रेष्ठ भारत का नारा दे कर भारत को श्रेष्ठ बनाने का आह्वान किया , अभाविप के द्वारा 1966 से ही लगातार सील कार्यक्रम के माध्यम से चीन युद्ध के बाद जिस प्रकार से अलगाववाद की स्थिति बनी हुई थी, उसे दूर करते हुए यह कार्यक्रम देशहित में मील का पत्थर साबित हो रहा है, अभाविप का यह सील कार्यक्रम पूर्वोत्तर को जोड़ने के साथ ही उन्हें राष्ट्र भावना के साथ जोड़ते हुए उन सभी से भावनात्मक जुड़ाव, साथ ही इमोशनल बैंडेज आज समय की मांग है, देश को तोड़ने के लिए हमेशा असामाजिक तत्व व बाहरी शक्तियां प्रयासरत रहती है, विद्यार्थी परिषद का यह कार्यक्रम उन सभी नकारात्मक शक्तियों को रोकने में अपनी अक्षुण्ण भूमिका निभा रही है...
अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राकेश दास जी ने कहा कि मैं स्वयं पूर्वोत्तर से आता हूं जहां भारत की इस धरती पर सूर्य की पहली किरण पड़ती है, पूर्वोत्तर निवासी होने के नाते मेरी एक ही चाहत है कि मैं रहूं या ना रहूं यह देश रहना चाहिए ,जब आंख खुले तो यह धरती हिंदुस्तान की हो, और जब आंख बंद भी हो यह धरती हिंदुस्तान की हो, आप भी सील यात्रा से जुड़कर पूरे भारत को जान सकते हैं , seil यात्रा में आए हुए प्रतिनिधि अपने घरों से निकलकर अनजान परिवार में रहकर सामाजिक ,सांस्कृतिक ,
पारिवारक परिवेश का आदान प्रदान करते हुए जब जाते वक्त उन परिवारों से विदा होते हैं, तो उन्हें एक भावनात्मक जुड़ाव होता है, और वे पूर्वोत्तर से आकर दूसरे राज्यों में भी अपने परिवार के जैसे उनसे व्यवहार किया जाता है, तो अपने परिवार के अलावा भी एक परिवार का निर्माण होता है, गौरतलब है कि एक समय पूर्वोत्तर में मेघालय में जहां 15 अगस्त व 26 जनवरी को झंडा फहराने से उग्रवादियों के द्वारा रोका जाता था, वही विद्यार्थी परिषद ने एक गांव एक तिरंगा कार्यक्रम के माध्यम से पूरे पूर्वोत्तर में झंडा फहराने का कार्य किया...
अगले वक्ता के तौर पर रांची विश्वविद्यालय की स्मृति सिंह ने कहा कि एक पृथ्वी एक धरती एक कुटुम भारत ने वासुदेव कुटुंब का भाव रखते हुए आए हुए सभी प्रतिनिधियों एवं छात्र-छात्राओं का स्वागत है, विद्यार्थी परिषद इस कार्यक्रम के माध्यम हम सभी सामाजिक दृष्टिकोण से पूर्वोत्तर भारत के लोगों को स्नेह वह प्यार में पिरो कर भारत को आगे बढ़ाने में महती भुमिका निभा रहे हैं...
अंतर राज्य छात्र जीवन दर्शन स्वागत समिति की अध्यक्षा रश्मि सिंह ने कहा कि भारत से आए हुए सभी प्रतिनिधियों का रांची में हार्दिक स्वागत है, भारत माता की जय वंदे मातरम का नारा बुलंद करने वाले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ही एकमात्र छात्र संगठन है जो अनेकता में एकता का भाव रखते हुए सभी को जोड़ कर चलने का प्रयास कर रही है...
पूर्वोत्तर भारत से आए प्रतिनिधियों कोऑर्डिनेटर आकाश सातपुते जी ने कहा कि अलग भाषा अलग वेश, फिर भी अपना एक देश का परिचय देते हुए रांची के कार्यकर्ताओं ने जो प्यार हुआ सम्मान दिया है उसके लिए हम सभी उन्हें धन्यवाद देते हैं...
पूर्वोत्तर भारत नागालैंड से आई हुई छात्रा प्रतिनिधि मॉनसून कोएनाक ने कहा कि मैं नागालैंड से पहली बार घर से बाहर आई हूं और आप सभी का प्यार देखकर अभिभूत हूं इस प्रकार के कार्यक्रम से मुझे काफी अच्छा लग रहा है मैने अभी तक 3 राज्यों का भ्रमण किया कानपुर, रीवा , बिलासपुर उसके बाद रांची में आई, घर से इतनी दूर रहकर जो प्यार मुझे मिल रहा है उसके लिए मैं आप सभी की ऋणी हूं...
अंतर राज्य छात्र जीवन दर्शन राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा 2023 नागरिक अभिनंदन समारोह एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का समापन स्वागत मंत्री सुमन कुमार जी ने किया।झारखंड के सील कोऑर्डिनेटर विशाल सिंह ने मंच संचालन किया
झारखंड एवं पूर्वोत्तर भारत से आए हुए प्रतिनिधियों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम में नृत्य एवं गान की प्रस्तुति की गई
नृत्य प्रस्तुति में निभा रेगन, रांची विश्वविद्यालय के द्वारा परफॉर्मिंग डिपार्टमेंट के द्वारा नृत्य की प्रस्तुति की गई, गायन प्रस्तुति में अरुण धाकड़, ग्रहूत किमी, रांची विश्वविद्यालय के टीआरएल एवम रांची विमेंस कॉलेज के छात्रा के द्वारा गायन प्रस्तुति की गई...
कार्यक्रम में मुख्य रूप से विश्वविद्यालय के कुलपति अजीत सिन्हा, झारखंड बिहार के क्षेत्रीय संगठन मंत्री आदरणीय निखिल रंजन, प्रांत संगठन मंत्री राजीव रंजन, विनीता इंदवार,एनएसएस कोऑर्डिनेटर ब्रजेश कुमार,आनंद ठाकुर , संजय महतो, आशुतोष सिंह, दुर्गेश यादव,पीपी चट्टोराज, पवन सिंह, श्यामानंद पांडे, अभिनव जीत, शुभम पुरोहित दिवाकर , सत्यम ,अनिकेत सिंह, रोहित शेखर सौरभ कुमार ,सचिन यादव, शशीकांत, रोमा तिर्की आदि कार्यकर्ता गण उपस्थित रहे
Report By Sourav Roy (Ranchi, Jharkhand)
By Madhu Sinha
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