JHARKHAND#*रूपेश पांडेय हत्याकांड को मॉब लिंचिंग मामले में दोहरा चरित्र अपना रही है हेमंत सरकार : दीपक प्रकाश* *हाईकोर्ट के सीटिंग जज की अगुवाई में एस0आई0टी0 गठित कर हो मामले की जांच*

JHARKHAND#*रूपेश पांडेय हत्याकांड को मॉब लिंचिंग मामले में दोहरा चरित्र अपना रही है हेमंत सरकार : दीपक प्रकाश*

*हाईकोर्ट के सीटिंग जज की अगुवाई में एस0आई0टी0 गठित कर हो मामले की जांच*

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने झारखंड सरकार द्वारा रूपेश पांडेय हत्याकांड को मॉब लिंचिंग नहीं मानने को लेकर सरकार की नीयत को ही कठघरे में खड़ा किया है। श्री प्रकाश ने कहा कि हेमंत सरकार प्रारंभ से ही मामले में दोहरा चरित्र अपना रही है। एक तरफ झारखंड सरकार द्वारा दो या दो से अधिक लोगों के समूह को मॉब कहा गया। इसमें तो 27 लोगों पर हत्या का आरोप है। फिर सरकार किस चश्मे से इस मामले को मॉब लिंचिंग नहीं मान रही है। यह सीधे तौर पर तुष्टिकरण की राजनीति को बढ़ावा देने और एक खास वर्ग के अपराधियों को बचाने का प्रयास है। भारतीय जनता पार्टी,  झारखंड हाईकोर्ट के किसी सीटिंग जज की अगुवाई में एस0आई0टी0 गठित कर इस मामले की  जांच की मांग करती है। 

श्री प्रकाश ने कहा कि रुपेश पांडे की एक साजिश के तहत मॉब लिंचिंग की गई। इस मामले में प्रारंभ से ही हेमंत सरकार की नीयत में खोट रही है। इतनी क्रूरतम हत्या के बाद सरकार की तरफ से 8 दिनों तक संवेदना के दो बोल तक नहीं बोले गए। उल्टा 4 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद करने का झारखंड में पहली बार काला अध्याय लिखा गया। सरकार पूरी प्रयास करती रही कि किस तरह मामले को दबाया जाए। जनदबाव को देखते हुए सरकार ने घटना के 8 दिन बाद केवल दिखावे के लिए अपने तीन-तीन मंत्रियों के साथ 6 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल रुपेश के परिजनों से मिलने के लिए भेजा। प्रतिनिधिमंडल ने कहा था कि सभी दोषियों की गिरफ्तारी होगी।  परंतु क्या कारण है कि इतने दिनों बाद भी आज तक सभी दोषी गिरफ्तार नहीं हो पाए। आखिर कौन इनको बचा रहा है या फिर राज्य की पुलिस और पूरी सरकार इन अपराधियों के आगे बौनी हो चुकी है। सरकार मॉब लिंचिंग नहीं होने की बात बार बार कह कर मामले को कमजोर करने का असफल प्रयास करने में जुटी है। परिजनों ने सीएम से मुलाकात के दौरान मामले की सीबीआई जांच का आग्रह किया था। सीएम ने भी परामर्श के बाद निर्णय लेने का आश्वासन दिया था परंतु सरकार के सारे आश्वासन झूठे साबित हुए। 

श्री प्रकाश ने कहा कि अपराधियों ने रुपेश पांडेय को तो एक बार मारा परंतु राज्य सरकार उनके परिजनों की भावना को और इंसाफ को प्रतिदिन मार रही है।सरकार की मंशा साफ है कि गुजरते समय के साथ परिवार वाले और लोग इस जख्म को भूल जाएंगे। सरकार किसी मुगालते में ना रहे। भारतीय जनता पार्टी सरकार के इस पैंतरे को बखूबी समझती है। हम इंसाफ की लौ को मद्धिम नहीं होने देंगे। रूपेश पांडेय के पीड़ित परिवार के न्याय के लिए जिस हद तक भी जाना पड़ेगा, पार्टी परिजनों को इंसाफ दिला कर ही दम लेगी। दुखद पहलू यह है कि झारखंड सरकार मामले में संलिप्त दोषियों को बचाने में जितनी उर्जा खपत कर रही है उतनी अगर परिजनों को न्याय दिलाने में खपत करती तो सरकार की इस प्रकार किरकिरी भी नहीं होती एवम् आम लोगों का न्याय और सरकार के प्रति विश्वास भी प्रगाढ़ होता।


By Madhu Sinha

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