बीसीसीएल के द्वारा आवास तोड़ योजना से परेशान हैं लोग
सेवा निवृत होने के बाद बिना आवास तोड़े बीसीसीएल नहीं देती है चेक।
लोयाबाद कोल इंडिया में दसवां वेज बोर्ड के बाद या पहला नियम आया है जहां बिना आवास तोड़े हुए मजदूरों को ना तो ग्रेच्यूटी मिलती है और ना ही पी एफ रकम भुगतान ही हो पाता है दरअसल एरिया पांच में स्थित लोयाबाद, कनकनी, बांसजोड़ा, सेंद्रा, निचीतपुर, बासदेवपुर, सिजुआ, अंगारपत्ररा आदि जगहों में बीसीसीएल से सेवा निवृत हुए मजदूरों को बिना आवास पर डोजर चलाए हुए चेक का भुगतान नहीं हो पाता है यह नजारा बीते दिनों कई कोलियरी क्षेत्रों में देखने को मिला जहां बीसीसीएल की टीम मजदूर के आवास पर डोजर चलाकर तहस-नहस कर देते हैं उस दिन वह मजदूर आप से चेक की आस लगाए बैठे अपने घर को टूटते हुए देखता है जहां उसकी जिंदगी पूरे परिवार के साथ त्रिपाल के बनाए आशियाने में गुजारनी पड़ती है मजदूरों का कहना है कि एक तरफ सरकार सभी बेघर को घर प्रदान करती है वहीं दूसरी तरफ बीसीसीएल मजदूरों को घर तोड़कर बेघर करती है यह कैसा न्याय है।
Report By Pramod Paswan
By Madhu Sinha
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