Pahalgam Terror Attack : कश्मीरी सैयद हुसैन आतंकियों से अकेला भिड़ा, राइफल छीनी...... ऐसे बचाई कई लोगों की जान..!!

Pahalgam Terror Attack : कश्मीरी सैयद हुसैन आतंकियों से अकेला भिड़ा, राइफल छीनी...... ऐसे बचाई कई लोगों की जान..!!

पहलगाम, जम्मू-कश्मीर ।

पहलगाम के बैसरन में आतंकियों द्वारा सैलानियों पर हमला करने पर घोड़े वाले सैयद हुसैन शाह ने अपनी जान की परवाह किए बिना उन्हें बचाने की कोशिश की। कश्मीरी मेहमाननवाजी की मिसाल पेश करते हुए उसने आतंकियों से भिड़कर उनकी राइफल छीनने का प्रयास किया जिससे कई सैलानियों की जान बच गई। इस बहादुरी में उसने अपनी जान दे दी।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन में मंगलवार को जब आतंकियों ने सैलानियों से धर्म पूछकर उनका कत्ल शुरू किया तो सैयद हुसैन शाह सहन नहीं कर पाया।

वह देश-विदेश से पहलगाम आने वाले सैलानियों को अपने घोड़े पर सैर कराता और रोजी रोटी कमाता था। सैयद हुसैन शाह पहलगाम से पास स्थित अशमुकाम का रहने वाला है। वह सैलानियों को लेकर बैसरन गया हुआ था।

सैयद हुसैन को जब कुछ और नहीं सूझा तो वह एक आतंकी से भिड़ गया और उसने उसकी राइफल छीनने की कोशिश की। इसी क्रम में आतंकी की राइफल से निकली गोलियां  उसका शरीर को भेद गई और वह वहीं जमीन पर जख्मी होकर गिर पड़ा।

उसे अन्य घायलों के साथ जब अस्पताल पहुंचाया गया तो वह दम तोड़ चुका था। देर शाम पोस्टमार्टम के बाद उसका पार्थिव शरीर उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया। उसे देर रात गए सुपुर्दे खाक किया गया।

सैयद हुसैन शाह के एक साथी बिलाल ने बताया कि अगर सैयद हुसैन चाहता तो अपनी जान बचा सकता था, लेकिन उसने भागने के बजाय आतंकियों  का मुकाबला किया। उसकी बहादुरी और बलिदान के कारण कई लोगों की जान बची है। अगर वह आतंकियों का मुकाबला न करता तो शायद बैसरन में आज जितने भी लोग जमा थे, सभी मारे जाते।



By Madhu Sinha 


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