LATEHAR,JHARKHAND#*हिन्डालको कोल माईन्स से प्रभावित होकर ग्रामीणों ने उपायुक्त को आवेदन देकर की कई मांग*

 LATEHAR,JHARKHAND#*हिन्डालको कोल माईन्स से प्रभावित होकर ग्रामीणों ने उपायुक्त को आवेदन देकर की कई मांग*

लातेहार, झारखंड  ।  

लातेहार चंदवा प्रखंड के चकला के ग्रामीण, हिन्डालको कोल माईन्स द्वारा प्रभावित क्षेत्र के निवासियों के रूप ग्रामीणो ने आवेदन देकर उपायुक्त से अनुरोध करते हुए कहा कि वे हमारी समस्याओं को गंभीरता से लें। हमारी जमीनें और संपत्तियाँ सरकार द्वारा हिन्डालको को दी गई हैं, लेकिन कंपनी द्वारा किए गए सर्वेक्षण में हमारी बस्तियों को नजरअंदाज किया जा रहा है। लातेहार के रैयतों का जमीन छीना जा रहा है कोलवरी तो खोला जा रहा है । मगर रैयतो को कोई भी फायदा नहीं हो रहा है । ग्रामीण धूल गर्दा से लोग प्रभावित हो रहा है। बिना आमसभा ग्राम सभा के जमीन को लूटा जा रहा है । यही सब बातों को लेकर के ग्रामीणों ने लतेहार उपायुक्त को आवेदन दिये। 

हमारी मांगें स्पष्ट हैं:

1. हिन्डालको कोल माईन्स के डूमार्केशन एरिया में सभी बस्तियों को उचित मुआवजा देकर विस्थापित किया जाए।

2. रैयतों की जमीन का मूल्य प्रति एकड़ 40 लाख रुपये और आवासीय जमीन का मूल्य 60,000 रुपये प्रति डिसमिल हो।

3. स्थानीय लोगों को 75% रोजगार देने की व्यवस्था की जाए और स्थानीय मजदूरों को न्यूनतम 468 रुपये प्रतिदिन का वेतन मिले।

4. सभी बुनियादी सुविधाओं जैसे सड़क, अस्पताल, स्कूल, और जल-विद्युत व्यवस्था की जाए।

5. भूमि अधिग्रहण के दौरान सभी रैयतों के साथ समान व्यवहार किया जाए।

कंपनी द्वारा भूमि का सीमांकन करने से ग्रामीणों को जलावन, मवेशी चराने और अन्य आवश्यकताओं के लिए समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हम सभी ग्रामीण महिला-पुरुष मिलकर धरना देने के लिए तत्पर हैं जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं की जातीं।हमारा मानना है कि विकास सभी के लिए होना चाहिए, और हम सरकार और कंपनी से आशा करते हैं कि हमारी आवाज को सुना जाएगा। आयोजन में ग्रामीण एवं पंचायत समिति सदस्य तारा देवी सुल्ताना परवीन सक्कू राजा बिंदु देवी सुनीता देवी सबीना खातून मोहम्मद अकबर सीमा देवी सुमित्रा देवी उर्मिला देवी नजमी बीवी कुर्मी देवी स्मरणीय बेबी हसीना परवीन सहित सैकड़ो के हस्ताक्षर युक्त आयोजन उपायुक्त को सौंपा।इन लोग का कहना है कि इसके लेकर के अपने गांव में महीनो से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं । मगर कोई सुनने वाला नहीं है।



Report By Nihit Kumar (Latehar, Jharkhand)

By Madhu Sinha 

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